इंडिया न्यूज़, लखनऊ:
Government Will Run From Kashi for 7 Days: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 700 करोड़ की लागत से 33 महीने में तैयार हुए श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण रेवती नक्षत्र में किया। इसके साथ ही अब यह आम लोगों के लिए भी खोल दिया जाएगा। लोकार्पण समारोह में पीएम मोदी ने कहा कि बाबा अपने भक्तों की सेवा से प्रसन्न हुए हैं, इसीलिए उन्होंने आज के दिन का आशीर्वाद दिया है।
400 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। बाबा की नगरी हमेशा से ही दिव्य थी, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से भव्य भी हो चुकी है। केंद्र और राज्य सरकार ने इस कार्यक्रम को भव्य बनाने में किसी भी चीज की कसर नहीं छोड़ी। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से ठीक पहले काशी का कायाकल्प करके बीजेपी फ्रंटफुट पर आकर खेल रही है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में फिर से सत्ता में वापसी की कवायद में जुटी बीजेपी सरकार काशी विश्वनाथ मंदिर में अगली कैबिनेट बैठक करने वाली है। राजनितिक दिग्गजों की माने तो बीजेपी का ये मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है। आगामी चुनाव में भाजपा इस कार्यक्रम का पूरा लाभ लेने की कोशिश करेगी। चुनाव में जीत पक्की करने के लिए 16 दिसंबर को सीएम योगी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में कैबिनेट की बैठक करने वाले हैं। अगर यह बैठक संपन्न हो जाती है तो देश में पहली बार किसी सरकार की कैबिनट की बैठक मंदिर परिसर में होगी।
काशी को भगवान भोलेनाथ की नगरी भी कहा जाता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार यहां बाबा विश्वनाथ की सरकार चलती है। कैबिनेट की बैठक के लिए योगी सरकार के सभी मंत्री काशी में मौजूद रहेंगे, इसलिए सरकार कि कोशिश है कि अगले 7 दिनों तक काशी से ही शासन चलाया जाए। अगर ऐसा होता है तो देश के इतिहास में पहली बार राजधानी के अलावा कहीं और से शासन चलाया जाएगा।
भाजपा इस बैठक के माध्यम से मतदाताओं को यह संदेश देना चाहती है कि लखनऊ के अलावा वाराणसी उत्तर प्रदेश की दूसरी राजधानी है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है जो आज पूरा हो गया है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा यहां पर कार्यकर्ताओं की बैठक करके उन्हें भी जीत का मंत्र दे सकते हैं।