India News UP (इंडिया न्यूज), Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार को सत्संग के दौरान मची भगदड़ में बड़ी संख्या में लोगों के मारे जाने की खबर है। भगदड़ में कम से कम 100 लोगों की मौत हो गई है। भोले बाबा कौन है, क्या है इस बाबा की असली पहचान।
जानकारी के अनुसार, कासगंज के पटियाली थाना क्षेत्र के बहादुर नगर निवासी ‘विश्व हरि भोले बाबा ‘ का असली नाम सूरज पाल सिंह (70 वर्ष) है। सूरज पाल ने पहले पुलिस की नौकरी छोड़ दी थी, इसके बाद उन्होंने आध्यात्म की ओर रुख किया और ‘भोले बाबा’ बन गए।
पटियाली सीओ ने बताया कि ‘भोले बाबा’ के नाम से ख्याति पाने वाले सूरज पाल ने बहादुर नगर में अपनी संपत्ति के लिए एक ट्रस्ट बनाया और एक ‘केयरटेकर’ नियुक्त किया। सूरज पाल के तीन भाई हैं, जिनमें से एक की मौत हो चुकी है। वह शादीशुदा हैं। हालांकि उनकी कोई संतान नहीं है, लेकिन वह अपनी पत्नी के साथ सत्संग में आते जाते रहे है।
जानकारों ने पीटीआई को बताया कि ‘भोले बाबा’ प्रवचन देते हैं। सुरक्षा के लिए वह ‘स्वयंसेवक’ रखते हैं, जो उनके सत्संग का प्रबंधन करते हैं। ‘भोले बाबा’ दावा करते रहे हैं कि उनके प्रवचनों के दौरान भक्तों से मिलने वाले दान में से वह अपने लिए कुछ नहीं रखते। इसे वह अपने भक्तों पर ही खर्च करते हैं।
घटना उस समय हुई जब श्रद्धालु सत्संग के बाद बाबा के पैर छूने जा रहे थे। भगदड़ में जान गंवाने वाले 116 लोगों में सात बच्चे, एक पुरुष और बाकी महिलाएं थीं। खास बात यह है कि इंटरनेट के जमाने में दूसरे साधुओं और कथावाचकों से अलग वे सोशल मीडिया से दूर हैं। बाबा का किसी भी प्लेटफॉर्म पर कोई आधिकारिक अकाउंट नहीं है। कथित भक्तों का दावा है कि नारायण साकार हरि यानी भोले बाबा के जमीनी स्तर पर काफी अनुयायी हैं।