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HeatWave In UP: योगी सरकार का बड़ा फैसला, लू से हुए मृतक को मिलेगा 4 लाख का मुआवज़ा

• LAST UPDATED : June 1, 2024

India News UP (इंडिया न्यूज), HeatWave In UP: यूपी में लू लगने से मौत होने पर प्रदेश सरकार लाखों का मुआवजा देने जा रही है। लेकिन इसके लिए मृतक का पोस्टमार्टर्म कराना ज़रूरी होगा। बहुत ज्यादा गर्मी और लू चल रही है। इस समय गर्मी से लोगों की मौत भी हो रही है।

इस तरह से मिलेगा मुआवज़ा

अगर किसी की मृत्यु होती है तो उसके परिजनों को राज्य आपदा मोचक निधि से 4 लाख की आर्थिक सहायता मिल सकती है।​ लेकिन इसके लिए मृत व्यक्ति का जिम्मेदार होना जरूरी है। अगर किसी को लू से मौत हो जाती है तो उस व्यक्ति के परिवार को इस मामले में उच्च पदाधिकारियों के भरोसे में लाना और उसकी रक्षा करना होगा। राजस्व विभाग इस मामले में फेस ऑटोनगा और उसकी रिपोर्ट जिला मजिस्ट्रेट को भेजी जाएगी।

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जिला मजिस्ट्रेट रिपोर्ट के आधार पर संबंधित सहायता राशि दी जाएगी। सहायता आयुक्त ने बताया कि लू से मौत में भी राहत का भुगतान किसी न किसी तरह और आपदा में किया जाएगा। अगर चुनाव ड्यूटी में लगे व्यक्ति को लू से मौत होती है तो उसे भारतीय चुनाव आयोग के नियमों के तहत 15 लाख का मुआवजा दिया जाएगा। वहीं राहत आयुक्त कार्यालय की पर्यावरण निगरानी ने बताया कि वहां कुछ जवानों को रखा गया है।से मौत की सजा प्रकाशित की गई हैं। इससे संबंधित महोबा जिला और चित्रकूट जनप्राणी समस्याओं की पुष्टि होती है । किसी भी जिले में हीटवेव से जानिये कि किसी भी मौत की खबर नहीं मिली।

मुख्यमंत्री ने कुछ निर्देश दिए

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी नगर निकायों, ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ लगाएं जाएं। मुख्यमंत्री ने पेट्रोल पंपों पर पेट्रोलिंग की व्यवस्था के लिए आग्रह किया। सामाजिक और धार्मिक संगठनों का सहयोग सुनिश्चित करने की भी सलाह दी गई। निश्चित रूप से यह होना चाहिए कि नियमित रूप से पानी की व्यवस्था की जाए। जल की कमी से प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से जल आपूर्ति करने का उपाय देखा गया। अयोध्या, काशी, मथुरा आदि सभी धार्मिक स्थानों की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

लखनऊ में साफ-सफाई, यातायात और अन्य व्यवस्थाओं का निश्चित रूप से होना चाहिए। पौधों और वन्य जीवों की सुरक्षा के उपायों पर विचार किया जाना चाहिए। लू के दौरान पशुपालकों की सुरक्षा के लिए सख्त निगरानी की जानी चाहिए। गोशालाओं में मिट्टी के लिए हरे चारे और पानी की ठीक से व्यवस्था की जानी चाहिए। बरसात के पहले पापों के निवारण की प्रक्रिया को स्थिर रखें।

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