India News UP (इंडिया न्यूज़),Ghaziabad News: गाजियाबाद के मोदीनगर में कलछीना गांव में पुलिस ने नकली मावा बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मौके पर 5 क्विंटल से अधिक नकली बना हुआ मावा बरामद किया है। गाजियाबाद के मोदीनगर तहसील के गांव कलछीना में नकली मावा बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया है। पुलिस ने मौके से तैयार नकली 5 क्विंटल मावा व करीब 2 कुंतल रॉ मैटेरियल बरामद किया है।
त्योहारी सीजन में मिठाइयों की मांग बढ़ जाती है ऐसे में मिलावट खोर भी सक्रिय हो जाते हैं दीपावली होली रक्षाबंधन आदि प्रमुख त्योहारों पर मिठाई की मांग ज्यादा होती है, ऐसे में नकली मावा बनाने वालों की संख्या काफी बढ़ जाती है। हालांकि यह काम खाद्य विभाग की सांठ गांठ से चलता है। मोदीनगर तहसील के गांव कलछीना फरीदनगर, अमराला, जलालाबाद, जहांगीरपुर, तयोडी आदि मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में तयोाहरी सीजन पर ऐसे लोगों की संख्या बढ़ जाती है जो नकली मावा बनाकर एनसीआर में सप्लााई करते हैं।
खबर के मुताबिक यहां पूरी रात भट्टी जलाकर नकली मावा तैयार किया जाता है और सुबह उसे गाड़ियों में लादकर पूरे एनसीआर क्षेत्र में सप्लाई किया जाता है। खबर है कि नकली मावे का कारोबार कर लोगों की जान से खेलने वाले लोग नकली मावा बनाने के लिए बाजार से कम कीमत में मिलने वाले चूरन या सेलखड़ी का इस्तेमाल करते हैं जो एक तरह की वाइट मिट्टी होती है मावे वालों की भाषा में देशी घी के चीनी टीन होते हैं जिन्हें देसी घी कहा जाता है। नकली मावा बनाने के लिए पाउडर के कट्टे ज्यादा संख्या में नही लगाते चूरन या सेलखड़ी का ही ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। नकली मावे में पाउडर ना की बराबर ही इस्तेमाल करते हैं।
इसमें चाईना घी और पानी मिलाकर पका देते हैं जिससे मावा तैयार हो जाता है जो बहुत सस्ता पड़ता है जबकि पाउडर का इससे महंगा पड़ता है वह नुकसानदायक भी कम होता है चूरन और मिट्टी वाला मावा हानिकारक बताया जाता है जिससे आंतो में भ्ष्ट हो जाते हैं। किडनी खराब, लीवर फेल, हार्ट अटैक जैसी गंभीर समस्या भी नकली मावे के सेवन से हो सकती है।
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