India News (इंडिया न्यूज), Jaipur-Mumbai Express: सोमवार को जयपुर- मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन में आरपीएफ कांस्टेबल चेतन द्वारा की गई घटना को लेकर उनके पैतृक गांव मीतई में भी अब चर्चाएं शुरू हो गई है। हर कोई यही चर्चा करते नजर आ रहा है कि आखिर चेतन ने ऐसा किया क्यों। जिसके बाद चेतन के ताऊ का बयान सामने आया है। उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले उसने फोन पर बात की थी और कहा था कि बार-बार तबादले किए जाने से वह काफी परेशान है। वहीं, कोतवाली चंदपा पुलिस भी चेतन के व्यवहार के बारे में जानने के लिए उसके घर पहुंची थे। और चेतन के परिजनों व पड़ोसियों से पूछताछ की। इस दौरान घर पर आस-पड़ोस के लोगों की भीड़ जुट गई।
चेतन के ताऊ भगवान सिंह बताते हैं कि चेतन अपनी ड्यूटी को लेकर बेहद परेशान चल रहा था। जिसके चलते वह तनाव में था। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले उसने उनसे फोन पर बात की थी। फोन पर चेतन ने कहा ताऊजी मेरा फिर से तबादला किया गया है। वहीं, उल्टी सीधी ड्यूटी लगाई जा रही है। भगवान सिंह ने बताया कि वह बार-बार, जगह-जगह तबादला होने से तनाव में चल रहा था। जिसके बाद मैंने उसे समझाते हए कहा था कि यह सब नौकरी का हिस्सा है। नौकरी तो करनी पड़ेगी, इसलिए तनाव को खत्म करो और नौकरी करो।
चेतन ने ताऊ से फोन कर ये भी बताया कि यहां के स्टाफ से भी कुछ बातों को लेकर उसका विवाद चल रहा है। इसके साथ ही तैनात एएसआई से भी ड्यूटी को लेकर परेशान है। ताऊ बताते हैं कि जब चेतन का मानसिक स्तर सही नहीं था तो उसे आँफिस से हथियार देना ही नहीं चाहिए था। उनका कहना है कि चेतन ने यह कदम बेहद गलत उठाया है। इस तरह के कदम उठाने से कोई समस्या हल नहीं होती है। अधिकारियों को भी मानसिक तनाव की स्थिति में चेतन को हथियार नहीं देना चाहिए था।
चेतन के ताऊ भगवान सिंह ने नम आंखों से कहा कि इस घटना ने पूरे परिवार को सोचने पर मजबूर कर दिया। उनका कहना है कि हालात कैसे भी रहे हों, लेकिन यह घटना गलत हुई है। हम जानतें है कि किसी भी परिवार के सदस्य की जिंदगी जाने से उसके परिवार पर इस बात से क्या गुजरती है। इस घटना ने कई परिवारों को उजाड़ दिया है। उन्होंने आगे कहा कि हम तो हर व्यक्ति को अपने परिवार का हिस्सा मानने वाले लोग हैं। वहीं हमारा परिवार देश की सेवा की मिसाल है। मेरा भाई औऱ चेतन के पिता भी सेना से सेवानिवृत्त है।