देहरादून: जोशीमठ में हुए भू-धंसाव से प्रभावितों को को उबारने के लिए तमाम प्रयास कर रही है. वही सूबे के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस मुद्दे पर आज कैबिनेट मीटिंग की और लोगों को कैसे सुरक्षित बचाया जाए इसपर जोर दिया गया. सीएम की इस कैबिनेट मीटिंग में तमाम मंत्री और अधिकारी मौजूद रहे. कैबिनेट की ये मीटिंग देहरादून में हुई.
रिपोर्ट के अनुसार राज्य सरकार जोशीमठ में धंसाव से पीड़ित लोगों के लिए पुर्नवास की जो योजना बना रही है. जिसके तहत नया जोशीमठ शहर भी बसाया जा सकता है. इसके लिए सर्वेक्षण का काम भी शुरू कर दिया गया है. माना जा रहा है कि इसके लिए पीपलकोटी, गौचर, गैरसैंण, कोटीबाग जैसे इलाकों में सरकारी जमीन की तलाश भी की जा रही है. लेकिन ये कैसे होगा या फिर किस ओर होगा इसके लिए कुछ भी जानकारी सामनेनही आई है.
मिली रिपोर्ट की जनकारी की माने तो सरकार इसके लिए रोड मैप तैयार कर रही है. जानकारी के लिेए बता दें कि उत्तराखंड में इसके पहले टिहरी शहर का भी अस्तित्व खत्म हो चुका है. साल 2005 में यह शहर पूरी तरह से जलमग्न हो गया था. टिहरी शहर को टिहरी बांध बनने की वजह से डूब गया था. इसके बाद नया शहर बनाना शुरु किया गया था. तमाम प्रयास के बाद 2004 में नया टिहरी शहर बस गया था. ये नया शहर टिहरी शहर से 24 किलोमीटर दूर बसाया गया.
सीएम धामी ने लोगों को आश्वासन दिया कि लोगों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नही होगी. उन्होंने तुरंत प्रभाव से 1.5 लाख के मुआवजे का ऐलान किया है. सीएम ने कहा है कि किसी को भी डरने की जरुरत नही है. किसी के घर को तोड़ा नही जाएगा. वही लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.