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Junior Residents Strike In BHU : बीएचयू में जूनियर रेजिडेंटों की हड़ताल मरीज हो रहे परेशान

• LAST UPDATED : December 8, 2021

इंडिया न्यूज, वाराणसी :

Junior Residents Strike In BHU बीएचयू के जूनियर रेजिडेंटों (जेआर) हड़ताल पर हैं। इसके कारण सामान्य मरीजों की भर्ती व ओटी स्थगित हो गई है। इसके कारण यहां आने वाले सैकड़ों मरीजों को वापस लौटना पड़ रहा है। इमरजेंसी वार्ड में उन्हीं मरीजों को लिया जा रहा है जो गंभीर हैं। वहीं ओपीडी में सीनियर डाक्टर व सीनियर रेजिडेंट मोर्चा संभाले हुए हैं। उल्लेखनीय है कि सुप्रीप कोर्ट में नीट-पीजी काउंसिलिंग के लिए देरी से होने वाली सुनवाई के खिलाफ चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू के जूनियर डाक्टर हड़ताल पर चले गए हैं।

मांगों को लेकर जेआर हड़ता पर Junior Residents Strike In BHU

अपनी मांगों को लेकर जेआर ने बुधवार की दोपहर में बैठक कर आगे की रणनीति तैयार की। वहीं प्रशासन का दावा है कि स्थिति नियंत्रण में है। वहीं प्रशासन ने हड़ताली डाक्टरों के लिए महामारी एक्ट का ध्यान करते हुए एडवाजरी जारी कर दी है। साथ ही आगे की विधिक कार्रवाई के लिए विश्वविद्यालय को पत्र लिखा जा चुका। इसके अलावा संस्थान की ओर से इंटर्न की अस्थायी नियुक्ति के लिए भी विज्ञापन जारी कर दिया गया है।


हड़ताल के कारण ओपीडी में मरीज घटे Junior Residents Strike In BHU

जेआर ने बताया कि सामान्य दिनों में इमरजेंसी वार्ड में प्रतिदिन करीब 400 मरीज आते हैं। हड़ताल के कारण यह संख्या आधे से भी कम हो गई है। वहीं इमरजेंसी वार्ड से रोजना करीब 50 मरीजों को वार्ड में शिफ्ट कर भर्ती की जाती है। साथ ही इमरजेंसी भी में उन्हीं मरीजों को भर्ती किया जा रहा है जो बहुत गंभीर हैं, बाकी को कबीरचौरा मंडली व दीनदयाल अस्पताल में जाने की सलाह दी जा रही है।

जेआर ने कहा कि नए बैच के जेआर की नियुक्ति हर साल मई में हो जाती है। हालांकि इस साल कोरोना के कारण सारी प्रक्रिया देरी से हुई। जेआर का आरोप है कि सुप्रीमकोर्ट के विलंबित निर्णय की वजह से अभी तक जेआर की नियुक्ति नहीं हो पाई है। जेआर प्रथम वर्ष की नियुक्ति नहीं हो पाने के कारण उनपर अतिरिक्त भार पड़ गया है और चिकित्सा शिक्षा भी प्रभावित हो रही है। वहीं सुप्रीम कोर्ट में इसकी सुनवाई की तिथि छह जनवरी की गई।

इस देरी के खिलाफ करीब दो सप्ताह से जेआर पूरे देश में फोर्डा (फेडरेशन आफ रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया) के आह्वान पर हड़ताल कर रहे हैं। इसी के तहत बीएचयू में भी जेअर इमरजेंसी सेवा बाधित की है। वहीं एनएसयूआई बीएचयू इकाई जूनियर डाक्टरों के हड़ताल को अवैध करार दी है। इनके खिलाफ पुतला भी दहन किए थे। चेताया था कि यदि अविलंब या धरना खत्म नहीं हुआ तो वे इसके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।

चिकित्सीय कार्य प्रभावित हो रहा है Junior Residents Strike In BHU

सर सुंदरलाल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. केके गुप्ता ने बताया कि जेआर के हड़ताल से चिकित्सीय कार्य प्रभावित हो रहा है। हालांकि फैकल्टी व एसआर अपना कार्य कर रहे हैं। बताया कि इमरजेंसी में हो भी मरीज आ रहे हैं उनका उपचार किया जा रहा है। वहीं ट्रामा सेंटर के आचार्य प्रभारी प्रो. सौरभ सिंह ने बताया कि जेआर के प्रति हमारी पूरी सहानुभूति हैं। इसलिए उन्हें शांति प्रिय तरीके से चिकत्सीय कार्य करते हुए अपनी मांग को रखने के लिए कहा गया है।

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