इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Kalonji is Medicine for Every Disease: कलौंजी का तेल हृदय रोग, ब्लड प्रेशर, डाइबिटीज, अस्थमा, खांसी, नजला, जोड़ों के दर्द, बदन दर्द, कैंसर, किडनी, गुर्दे की पत्थरी, मूत्राशय के रोग, मदार्ना कमजोरी, बालों के रोगों, मोटापे, याददाश्त बढाने, मुंहासे, सुंदर चेहरा, अजीर्ण, उल्टी, तेजाब, बवासीर, ल्युकोरिया आदि गंभीर बीमारियों से एक साथ निजात दिलाने में सक्षम है।
यह अनमोल चमत्कारिक दवा ब्लैैक सीड ऑइल (कलौंजी का तेल) आसानी से उपलब्ध होने वाली बेहद प्रभावी और उपयोगी है। कलौंजी के तेल में मौजूद दो बेहद प्रभावकारी तत्व थाइमोक्विनोन और थाइमोहाइड्रोक्विनोन में विशेष हीलींग प्रभाव होते हैं। ये दोनों तत्व मिलकर इन सभी बीमारियों से लड़ने और शरीर को हील करने में मदद करते हैं। इतना ही नहीं, कार्डियोवेस्कुलर डिसीज एवं अस्थमा, ब्लड कैंसर, फेफड़ों की समस्या, लिवर, प्रोस्टेट, ब्रेस्ट कैंसर, सर्विक्स और त्वचा रोगों में भी कारगर है।
Read More: Benefits of Guggul: अमृत है गुग्गुल, कई बड़ी बीमारियों का करता है जड़ से खत्मा
यह कोई नई दवा नहीं है, बल्कि इन गंभीर बीमारियों के लिए इसकी खोज हजारों वर्षों पूर्व हो चुकी थी। इस पर विज्ञान के अब तक कई शोध हो चुके हैं, जो विभिन्न बीमारियों के लिए ब्लैैक सीड ऑइल को बेहतरीन घरेलू दवा साबित करते हैं। 2012 में मिश्र (इजिप्ट) में हुए एक शोध के अनुसार शहद और कलौंजी ब्लैैक सीड ऑइल ट्यूमर रोधी तत्व मौजूद हैं, जो कैंसर कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि को रोकने में सक्षम है।
Read More: Know Amazing Benefit of Cinnamon: जानिये दालचीनी के एक और अद्भुत फायदा
वहीं 2013 में मलेशिया में हुए रिसर्च के अनुसार ब्रेस्ट कैंसर के लिए थाइमोक्विनोन का प्रयोग एक दीर्घकालिक इलाज के रूप में किया गया। इसमें मौजूद थाइमोक्विनोन एक बायोएक्टिव कंपाउंड है जो एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी कैंसर कारक है। इसमें वे चुनिंदा साइटोटॉक्सिक प्रॉपर्टी मौजूद है जो कैंसर कोशिकाओं के लिए घातक है, जबकि सामान्य कोशिकाओं को कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं डालती। तो अब आपको इन बीमारियों के लिए महंगी दवाओं पर खर्च करने की जरुरत नहीं होगी, इस घरेलुु उपाय द्वारा कई बीमारियों को ठीक कर सकते हैं।
कलौंजी का तेल बाजार आसानी से मिल जायेगा। एक व्यक्ति के लिए एक शीशी 6 महीने तक चलेगी।
किसी भी बीमारी में आप कलौंजी के तेल को सुबह गर्म पानी में 2 बूंद डालकर रोजाना पीने से ठीक होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
Read More: Vitamin Through Natural Sources: प्राकृतिक स्रोतों के माध्यम से विटामिन की आवश्यकता या भरपाई
Read more: Check with symptoms if not Zika virus : लक्षण से चेक कर लें जीका वायरस तो नहीं