Kasganj
इंडिया न्यूज, कासगंज (Uttar Pradesh) । कासगंज जनपद के गंजडुंडवारा ब्लॉक क्षेत्र के गांव नूरपुर परिषदीय प्राथमिक विद्यालय में फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर पूजा नाम की शिक्षिका दीप्ति बनकर नौकरी कर रही थी, जिसके बाद पुलिस ने फर्जी शिक्षिका के खिलाफ मामला दर्ज कर शिक्षिका की गिरफ्तारी के लिए तलाश शुरू की थी, वहीं मुखबिर द्वारा सूचना मिलने पर पुलिस ने लगभग 20 माह बाद फर्जी शिक्षिका को गंजडुंडवारा रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
आपको बतादें कि कासगंज जनपद के गंजडुंडवारा ब्लाक क्षेत्र के गांव नूरपुर में स्थित प्राथमिक विद्यालय द्वितीय पर तैनात शिक्षिका दीप्ति के शैक्षिक प्रमाण पत्रों के फर्जी पाए जाने के बाद शिक्षा विभाग ने 9 अक्तूबर 2020 को उसकी सेवाएं समाप्त कर दी थी, जिसके बाद खंड शिक्षा अधिकारी श्रीकांत पटेल द्वारा शिक्षिका के खिलाफ 28 फरवरी 2021 को गंजडुंडवारा कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था, वहीं पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी थी।
पुलिस की जांच में शिक्षिका का असली नाम पूजा निवासी सलेमपुर करखा,नगला खंगर जनपद फिरोजाबाद निकला, लेकिन फर्जी शिक्षिका लगभग 20 माह से फरार चल रही थी और पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सकी, पुलिस के द्वारा उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे थे। तभी गंजडुंडवारा कोतवाली पुलिस को मुखबिर से शिक्षिका के गंजडुंडवारा रेलवे स्टेशन पर होने की सूचना मिली, वहीं सूचना के आधार पर पुलिस ने उसे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया और अग्रिम कार्रवाई करने के बाद जेल भेज दिया।
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