India News(इंडिया न्यूज़), खटीमा “Khatima News” : बाघ के खौफ में जीने को मजबूर झाऊपरसा और बगुलिया गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने बाघ के डर से निजात दिलाने की मांग को लेकर एसडीएम का किया घेराव। एसडीएम ने वन विभाग से ग्रामीणों की मांग पर बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने के दिए निर्देश।।
जनपद उधम सिंह नगर की सीमांत तहसील खटीमा में नेपाल बॉर्डर से लगे सुरई जंगल के बीचों बीच बसे झाऊपरसा और बगुलिया गांव के ग्रामीणों का बाघ के आतंक के चलते घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। बता दें, बाघ द्वारा कुछ समय से कई ग्रामीणों को हमला कर घायल किया जा चुका है। जिसके कारण ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। पीड़ित ग्रामीणों का कहना है कि हम लोग विगत 60 वर्ष से सुरई जंगल के बीचो बीच बसे झाऊपरसा और बगुलिया गांव में निवास कर रहे हैं। काफी समय से बाघ में आतंक मचा रखा है। बाघ द्वारा कई ग्रामीणों को हमला कर घायल किया जा चुका है।
ग्रामीणों का कहना है कि हम लोग मजदूर हैं। बिना मजदूरी करें परिवार का गुजर बसर भी हो पाना मुश्किल हो रहा है। इसके अलावा सिंचाई विभाग द्वारा अतिरिक्त पानी छोड़ देने के कारण हम लोगों की फसलों का नुकसान हो रहा है। वहीं, ग्रामीणों ने उपजिला अधिकारी को पत्र सौंपाकर मांग की है कि हमें कहीं अन्य स्थान पर बसाने व खेती करने हेतु भूमि देने की कृपा करें, जिससे कि हम लोग खेती बाड़ी कर अपना दर गुजर कर सकें।
उप जिला अधिकारी खटीमा रविंद्र बिष्ट ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि ग्रामीणों द्वारा बाघ के आतंक से निजात दिलाने हेतु ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपा है, जिसके लिए हमने वन विभाग के अधिकारियों को बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही हमारे द्वारा शासन से वार्ता कर ग्रामीणों को बसाने की कार्रवाई की जाएगी।