इंडिया न्यूज, Lucknow news : लखनऊ में रक्षक ही भक्षक बन बैठा। आरोप है कि सिपाही को 10 लाख की रंगदारी न देने पर उसने व्यापारी का किडनैप कर लिया। कमरे में बंधक बनाकर उसके साथ मारपीट की और कपड़े उतार करंट से टॉर्चर किया। 12 घंटे बाद उसे छोड़ा। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने सिपाही समेत 10 पर रिपोर्ट दर्ज की। इसमें पुलिस ने एक को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार पीड़ित मोहन ने बताया कि उसके अपहरण में सिपाही आलोक तिवारी और उसके साथियों का हाथ है। वह संजय और विनय को भी पहचानता है। वह पैसा देने का वादा कर छूटा है। उसकी तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा किया गया है। घटना में शामिल बहराइच परखपुर निवासी राहुल को पकड़ा गया है।
पीड़ित मोहन ने बताया कि सिपाही आलोक विभूतिखंड में मोटर गैराज चलाता था। उसने उसके माध्यम से कई गाड़ियों की खरीद-फरोख्त की थी। वह अब हर गाड़ी की बिक्री में कमीशन मांग रहा था। रुपये न देने पर घटना को अंजाम दिया।
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सीतापुर के रामपुर बहादुरपुर निवासी मोहन विश्वकर्मा लखनऊ में पुराने फोर-व्हीलर खरीदने और बेचने का काम करते हैं। उनके मुताबिक दो जुलाई की रात भतीजी का एक्सीडेंट होने पर ट्रामा सेंटर आए थे। जहां से बाहर निकलते ही चार-पांच लोगों ने कार में खींच लिया। गोमतीनगर की ओर ले गए।
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