Kisan Mahapanchayat
इंडिया न्यूज, लखनऊ (Uttar Pradesh) । संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले शनिवार को किसानों ने लखनऊ के इको गार्डन में हुंकार भरी। कृषि कानूनों को लेकर 26 नवंबर को ही किसानों ने दिल्ली में आंदोलन शुरू किया था। उसकी याद और कई मुद्दों को लेकर किसानों ने लखनऊ में महापंचायत की है। इसमें भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत पहुंचे। राकेश टिकैत ने केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार पर हमला किया और कहा कि अगर किसानों की मांगे पूरी नहीं हुई तो फिर से बड़े आंदोलन को तैयार रहें।
राकेश टिकैत ने कहा कि विपक्ष के आवाज न उठाने से तानाशाह का जन्म होता है। दिल्ली का फरमान है कि किसानों से बात नहीं करनी है। लेकिन बता दूं कि जो सरकार आंदोनकाारियों से बात न करे वो चुनी सरकार नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि महिला संगठनों को मजबूत करना होगा। क्योंकि 2024 के बाद महिला संगठनों की जरूरत पड़ेगी।
देश को आंदोलन ही बचाएगा
टिकैत ने का कि जम्मू-कश्मर में सेब के किसानों को बर्बाद किया जा रहा है। क्योंकि वे मुस्लिम हैं। लखनऊ एयरपोर्ट के लिए जमीन ली गई, लेकिन किसानों को मुआवजा नहीं मिला। जेवर के किसानों को भी मुआवजा नहीं मिला है। सरकार किसानों की जमीन छीन रही है। हमारा आंदोलन ही अब देश को बचाएगा।
सीएम नीतीश कुमार बच गए
टिकैत ने कहा कि अभी घोषित इमरजेंसी है। 2024 के बाद सरकार और सख्त होगी। टिकैत ने केंद्र सरकार के अलावा आरएसएस पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि सीबीआई से ज्यादा खतरनाक आरएसएस के लोग हैं। बिहार के सीएम नीतीश कुमार बच गए। नहीं तो वे उद्धव ठाकरे बन जाते।
किसानों की ये तीन बड़ी मांग
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