इंडिया न्यूज, लखनऊ:
Kisan Mahapanchayat In Lucknow Update: प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सोमवार को किसानों की महापंचायत इको गार्डन में आयोजित हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के ऐलान के बाद यह पहली महापंचायत थी। इको गार्डेन पार्क में आयोजित महापंचायत में राकेश टिकैत ने कहा कि माफी मांगने से किसानों का भला होने वाला नहीं है, उनका भला MSP कानून बनाने से होगा। किसान महापंचायत में लखीमपुर हिंसा का मुद्दा उठाया गया। मंच पर हिंसा में मृत किसानों के परिवारों को सम्मानित भी किया गया।
आने वाले 17 कानून हमारे टारगेट Kisan Mahapanchayat In Lucknow Update
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार मंत्री अजय मिश्र टेनी को हीरो बनाना चाहती है, उसको हम आगरा की जेल में हीरो बनाएंगे। उसने किसानों की हत्या की, वह भी आतंकवादी है। सरकार टरढ और दूसरे मुद्दों पर बातचीत कर ले, नहीं तो हम वापस नहीं जाने वाले, आने वाले 17 कानून हमारे टारगेट हैं। 26 को हमारा ट्रैक्टर मार्च का प्रोग्राम है और 29 से 2 दिसंबर तक तीनों कृषि कानून वापस होंगे। हम मुकदमों का हिसाब लेकर गांव नहीं जाना चाहते हैं। हम दिल्ली में ही हिसाब कर गांव जाएंगे। सरकार और एलआईयू के लोग बता दें कि हम बातचीत के जरिए हल चाहते हैं।
अजय मिश्र को गिरफ्तार किया जाए Kisan Mahapanchayat In Lucknow Update
महापंचायत में राकेश टिकैत ने गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त करके गिरफ्तार किए जाने की मांग उठाते हुए कहा कि पता चला है कि अजय मिश्र शुगर मिल का उद्घाटन कर रहे हैं यदि ऐसा हुआ तो किसानों का गन्ना मिल पर नहीं डीएम के दफ्तर में पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि सरकार बातचीत से हल निकाले। भारतीय किसान सभा के नेता अतुल अंजान ने कहा कि किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं, लागत का लाभकारी मूल्य चाहिए। महापंचायत में पंजाब, हरियाणा समेत कई राज्यों के बड़ी संख्या में किसान पहुंचे थे।
महापंचायत में और क्या बोले टिकैत Kisan Mahapanchayat In Lucknow Update
- पीएम कहते हैं कि MSP पर हमने कमिटी बनाई, लेकिन 2011 में कमिटी बनी थी।
- उस समय नरेंद्र मोदी उस कमिटी के अध्यक्ष थे, तब रिपोर्ट दिया था कि MSP बने।
- 1967 में 3 क्विंटल गेंहू में एक तोला सोना मिलता था। आज भी 3 क्विंटल गेहूं में एक तोला सोना दे दें।
- हमारा संघर्ष जारी रहेगा। हमने संघर्ष विराम की कोई घोषणा नहीं की है। यह घोषणा उन्होंने की है।
- हम अपना आंदोलन जारी रखेंगे, मंडियों को बेचा जा रहा है, यह देश को बेचने का काम करेंगे, हिंदू मुस्लिम को लड़ाने का काम करेंगे।
महापंचायत की बड़ी बातें Kisan Mahapanchayat In Lucknow Update
- लखीमपुर हिंसा में मृतक किसानों के परिवारों को महापंचायत पर बैठाया गया। यहां उन्हें सम्मानित किया गया। साथ ही मंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी का मुद्दा उठाया गया।
- संयुक्त किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने कहा कि यूपी में धान की खरीद, डीएपी, अन्ना जानवर से होने वाले नुकसान को दैवीय आपदा में शामिल किया जाए। हमारी महीनों की रखवाली कुछ मिनटों में खत्म हो जाती है। कृषि काम के लिए बिजली मुफ्त, किसानों का कर्ज माफ हो।
- शिव कुमार कक्का ने कहा कि सत्याग्रह में सच की जीत होती है। हम पर आतंकवादी, देशद्रोही समेत बहुत आरोप लगाए। 26 जनवरी के बाद मीडिया ने हमको रातों-रात गद्दार साबित कर दिया। अन्नदाता तिरंगे का अपमान नहीं करते।
- अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय सचिव हन्नान मौलाना ने कहा कि देश के 90 करोड़ किसानों ने एक साल आंदोलन चलाया। इस आंदोलन में 700 लोगों ने अपनी शहादत दी, अगर 7000 भी शहीद हो गए तो भी हम वापस नहीं जाएंगे। जब तक हम जीत नहीं जाते।
- रविंद्र सिंह ने कहा कि दिल्ली का यूपी से होकर रास्ता जाता है, हम अपनी मांगों को जनता के बीच ले जाएंगे।
- जोगिंदर सिंह उग्राहा ने कहा कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा का मुख्य दोषी अजय मिश्रा टेनी का परिवार है। शर्म आनी चाहिए ऐसे आदमी का लखनऊ के अंदर सम्मान किया जाता है।
- ओडिशा के किसान नेता हिमांशु तिवारी ने लखीमपुर हिंसा का मुद्दा उठाया। कहा- मंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त किया जाए।
- सोशल एक्टिविस्ट एसआर दारापुरी ने कहा कि आदिवासी और वनवासियों को जमीन देने के लिए 2006 में कानून बना था, जितने भी दावे किए थे उसमें से 81% दावे सरकार की तरफ से खारिज कर दिए गए।
एक साल में हुए घटनाक्रम पर बात करे सरकार Kisan Mahapanchayat In Lucknow Update
महापंचायत से पहले राकेश टिकैत ने कहा है कि एक साल में जितने भी घटनाक्रम हुए उन पर सरकार बात करे और एक स्पष्ट पत्र जारी करे। ये आज देश की संपत्ति, मंडियों की जमीनों को बेच रहे हैं, उस पर कौन बात करेगा। तीन कानून से अलग हट कर और भी कई सवाल हैं। ये आंदोलन एक साल से चल रहा है। ये आंदोलन सिर्फ तीन कृषि कानून पर नहीं है, इसके साथ MSP और बिजली अमेंडमेंट बिल भी है। जब तक बातचीत नहीं होगी तब तक किसान वापस नहीं जाएगा।
200 से अधिक किसान संगठन शामिल Kisan Mahapanchayat In Lucknow Update
महापंचायत में छोटे-बड़े 200 से ज्यादा किसान संगठन शामिल होंगे। ये सभी किसान संगठन संयुक्त किसान मोर्चा के तहत एक मंच पर आ चुके हैं। बताया जा रहा है कि रैली में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड समेत कई राज्यों के लोग शामिल होने के लिए आ रहे हैं।
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