Lucknow
इंडिया न्यूज, लखनऊ (Uttar Pradesh): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में नमामि गंगे की बोर्ड के संबंध में बैठक की। इस दौरान उन्होंने परियोजना के क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश भी दिए। वहीं इस बैठ में सिंचाई मंत्री स्वतंत्र देव सिंह सहित अन्य अफसर मौजूद रहे।
माँ गंगा आस्था का केंद्र बिंदु
सीएम योगी ने कहा कि माँ गंगा, यूपी के लिए प्रकृति प्रदत्त अनुपम उपहार हैं। गंगा जी के बहाव के सर्वाधिक क्षेत्र उत्तर प्रदेश में है। यह हमारी आस्था का केंद्र बिंदु हैं। गंगा और सहायक नदियों को अविरल-निर्मल बनाने के संकल्प के साथ प्रधानमंत्री मोदी जी के मार्गदर्शन में जारी ‘नमामि गंगे परियोजना’ के अत्यंत संतोषप्रद परिणाम देखने को मिले हैं। गंगा और सहायक नदियों की स्वच्छता के इस अभियान में केंद्र और राज्य सरकार के प्रयासों में जनसहयोग भी प्राप्त हो रहा है। आज गंगा नदी में डॉल्फिन की वापसी हुई है। तो तकनीक का प्रयोग कर नदियों को स्वच्छ बनाया जा रहा है।
गंदे पानी को गिरने से रोका जाए
नमामि गंगे परियोजना गंगाजी के साथ-साथ सहायक नदियों के लिये भी है। प्रधानमंत्री मोदी जी के मार्गदर्शन में यहां अभूतपूर्व कार्य हुआ है। कानपुर के जाजमऊ और सीसामऊ में गंगाजी में गंदे पानी को गिरने से रोकने के लिये प्रभावी प्रयास किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रयागराज कुंभ-2025 के प्रारंभ होने से पहले तक मां गंगा को अविरल-निर्मल बनाने का संकल्प पूर्ण करना होगा। नदियों को सीवरेज के गंदगी और पानी को विषाक्त होने से बचाने के लिए एसटीपी लगाए जाने की कार्यवाही में तेजी की अपेक्षा है। गंगा सहित सभी नदियों की अविरलता, निर्मलता सुनिश्चित करने के लिए नगरीय ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए और प्रयास किए जाए। प्रधानमंत्री मोदी जी के मार्गदर्शन में अब यह आस्था के साथ अर्थव्यवस्था का अवलंब भी बन रही हैं। करोड़ों लोगों की आजीविका गंगा पर ही निर्भर है।
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