Lucknow
इंडिया न्यूज यूपी/यूके, लखनऊ: यजदान बिल्डर पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू हो गई है। अधिकारियों की लापरवाही की वजह से बिल्डर ने प्राग नारायण रोड स्थित नजूल की जमीन पर छह मंजिला अपार्टमेंट खड़ा लिया। बिल्डिंग अवैध घोषित हुए भी लंबा वक्त गुजर गया। इसके बाद सोमवार से अवैध अपार्टमेंट ध्वस्त किया जा रहा है।
बाहर से विशेषज्ञों की टीम बुलाई गई
अपार्टमेंट के ध्वस्तीकरण के लिए बाहर से विशेषज्ञों की टीम बुलाई गई है। रविवार को अपार्टमेंट का निरक्षण भी किया गया। फ्लैट में रह रहे तीन परिवारों को बेदखल कर दिया। बिल्डिंग टूटने की सूचना यहां फ्लैट खरीदने वाले दर्जनों परिवार मौके पर पहुंचकर विरोध जताने लगे। फ्लैट खरीदने वाले कह रहे थे कि उनसे जुर्माना ले लिया जाए लेकिन बिल्डिंग न तोड़ी जाए।
अपार्टमेंट में 45 फ्लैट बनाए गए
बता दें कि बिल्डर ने लगभग 45 फ्लैट बनाए हैं। इनकी कीमत 50 लाख से लेकर एक करोड़ बताई जा रही है। एलडीए की कार्रवाई शुरू हुई तो बिल्डर ने आनन-फानन 45 में 36 फ्लैटों की रजिस्ट्री भी कर डाली। दोषी पाए गए 8 इंजीनियर और अफसरों के खिलाफ कार्रवाई शासन नें लंबित है।
छह महीने तोड़ा गया था बिल्डिंग का कुछ हिस्सा
छह महीने पहले कुछ हिस्सा तोड़ा गया था यजदान बिल्डर ने प्राग नारायण रोड पर नक्शे के विपरीत अवैध तरीके से काफी बड़ा अपार्टमेंट बना लिया है। नक्शा पास होने से पहले उसने बिल्डिंग खड़ी कर ली। कई लोगों को फ्लैट भी बेच दिये। बाद में एलडीए ने इस बिल्डिंग को ध्वस्त कराने का आदेश पारित किया था।
करीब छह महीने पहले इस बिल्डिंग का कुछ हिस्सा तोड़ा भी गया था। बिल्डिंग तोड़ने में काफी कठिनाई आ रही थी। ऐसे में प्राधिकरण ने इसे तोड़ने के लिए डायनामाइट के इस्तेमाल का भी प्रस्ताव बनाया था। बाद में शासन ने इसके लिए मना कर दिया। फिर इसे गिरवाने के लिए प्राधिकरण ने टेंडर कराया। एक कंपनी को इसे तोड़ने का टेंडर दिया गया है।