इंडिया न्यूज, लखनऊ: Lucknow drain cleaning : कंपनी शानदार सफाई का दावा कर रही थी। इस दावें को ड्रोन सर्वे से चेक किया गया तब हकीकत सामने आ गई। ड्रोन कैमरा नालों के ऊपर से गुजरा तो उसे कई जगह नालों में गंदगी नजर आई। नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने नालों की सफाई न करने वाली दो एजेंसियों को ब्लैक लिस्ट कर दिया है।
नगर आयुक्त ने बताया कि मानसून को देखते हुए नालों की सफाई की हकीकत पता करने के लिए शासन के निर्देश पर ड्रोन कैमरा से उसका सर्वे कराया गया था। जिसमे दो बड़े नालों की सफाई ठीक नहीं की की गई। इसमे सीतापुर रोड स्थित भिठौली के पास से शुरू हुआ नाला फैजुल्लागंज के विभिन्न इलाकों से होते हुए गोमती में मिलता है। करीब सात किलोमीटर लंबा 12 फुट चौडा और करीब आठ फीट गहरे नाले की सफाई का कार्य मेसर्स मां पूर्णागिरी इण्टरप्राइजेज को दिया गया था।
जांच में खुलासा हुआ कि ठेकेदार ने नाले की सफाई में लापरवाही बरती और काम संतोषजनक नहीं किया। इसलिए संस्था को ब्लैक लिस्ट किया गया है। इसी तरह देवीदयाल मार्ग बिरहाना से राजेंद्र नगर की ओर जाने वाले नाले का सर्वे कराया गया। बिरहाना पुलिया के पास काफी मात्रा में मलबा और कूड़ा पाया गया। यहां शनिदेव मन्दिर के बगल में राजू कचौड़ी के पीछे नाले का प्रवाह सिल्ट से अवरूद्ध था और अन्य स्थलों पर भी नाले की सफाई पूरी तरह से संतोष जनक नहीं पाई गई। सफाई का कार्य कर रही संस्था मेसर्स राज इण्टरप्राइजेज को लापरवाही बरतने के आरोप में ब्लैक लिस्ट किया गया है।
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