India News (इंडिया न्यूज़), Lucknow News: केंद्रीय राज्य मंत्री और उत्तर प्रदेश की मोहनलाल गंज सीट से सांसद कौशल किशोर के बेटे के लखनऊ स्थित घर पर युवक की हत्या कर दी गई। मृतक युवक की पहचान विनय श्रीवास्तव के तौर पर हुई। विनय कौशल किशोर के पुत्र विकास किशोर का दोस्त था और उन्हीं के साथ रहता था। पुलिस ने मौके से सरकारी लाइसेंसी पिस्टल बरामद की है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर छानबीन शुरू कर दी है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के पुत्र विकाश किशोर के आवास पर उनके करीबी विनय श्रीवास्तव के हत्या की खबर सामने आई। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जिस समय ये पूरा घटनाक्रम हुआ उस समय घर के अंदर मृतक विनय के साथ तीन और लोग अंकित वर्मा, अजय रावत और शमीम बाबा मौजूद थे।
मृतक को जो गोली लगी वो मंत्री पुत्र के लाइसेंसी पिस्टल से चली थी। हालांकि विकाश किशोर के लिए मंत्री कौशल किशोर की तरफ से बताया गया कि वारदात के समय बेटा विकास किशोर उर्फ आशू घर पर नहीं था। वह अपनी बीमार मां को देखने के लिए दिल्ली गया हुआ था। विकास की पिस्टल से हत्या होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है। जो दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
वही दूसरी तरफ मृतक विनय के भाई विकास श्रीवास्तव का आरोप है कि सोची समझी साजिश के तहत भाई की हत्या की गई। विकास किशोर भी साजिश में शामिल हो सकते हैं। क्योंकि वह अपनी पिस्टल साथ नहीं ले गए। उन्हें पिस्टल सुरक्षित रखनी चाहिए थी। वहीं पुलिस इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है। तीन आरोपियों शमीम गाजी ,अजय रावत व अंकित वर्मा को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। फॉरेंसिक टीम भी जांच कर रही है। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा है। फिलहाल परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस जरूर इस पूरे मामले में तमाम अलग अलग एंगल से जांच कर रही है। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। सवाल नंबर एक, जब विकाश किशोर घटना स्थल पर मौजूद नही थे तब उनकी लाइसेंसी पिस्टल वहां कैसे पहुंची और आरोपियों के हाथ कैसे लगी। सवाल नंबर दो, मृतक को गोली सामने से माथे पर लगी है, यानी की किसी ने सामने से गोली मारी है ना कि मृतक ने खुद गोली मारी है।
तीसरा सवाल, जैसे परिजनों का आरोप है कि मृतक के कपड़े फाटे हुए थे, शरीर पर चोट के निशान था यानी कि आपसी झड़प भी हुई है। तो ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर चारो के बीच ऐसा क्या हुआ जो हाथापाई की नौबत आई। और क्या मौके पर मृतक और तीन आरोपियों के अलावा क्या और भी लोग मौजूद थे। फिलहाल पूरे मामले को लेकर जांच और पूछताछ चल रही है।