India News (इंडिया न्यूज़) Mafia Vinod Upadhyay Story: UP STF की टीम ने इनामी गैंगस्टर विनोद को ढेर किया था। दरअसल पुलिस और गैंगस्टर के बीच मुठभेड़ हुई थी। जिस दौरान जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने माफिया विनोद उपाध्याय पर गोली चला दी थी। जिसके चलते वे गंभीर घायल हो गया था। लेकिन उसे अस्पताल भी भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। लेकिन अब चर्चा का विषय बना हुआ है कि कौन था माफिया विनोद उपाध्याय जिस पर 1 लाख का इनाम घोषित था।
अपराध की दुनिया में इनामी माफिया विनोद उपाध्याय का बड़ा नाम है। और उत्तर प्रदेश के टॉप 61 माफिया की सूची में इसका नाम आता था। विनोद के ऊपर कुल 35 मुकदमें विभिन्न जनपदों के भिन्न-भिन्न थानों में दर्ज थे। जिसमें हत्या और हत्या के प्रयास के कई मुकदमे शामिल है। गोरखपुर पुलिस ने विनोद उपाध्याय के सिर एक लाख रुपये इनाम की घोषणा की थी। विनोद उपाध्याय मूल रूप से मयाबाजार थाना महाराजगंज, अयोध्या का रहने वाला था।
कौन था Vinod Upadhyay?
Vinod Upadhyay पर संगठित गिरोह बनाकर जनपद गोरखपुर, बस्ती, संतकबीर नगर, लखनऊ में कई सनसनीखेज हत्या की वारदातों को अंजाम देने का आरोप था। पहरण और फिरौती जैसी घटनाओं में भी उसका नाम था। Vinod Upadhyay पर लगभग 35 मुकदमे दर्ज थे। जिसके बाद भी वो पुलिस की गिरफ्त से दूर था। Vinod Upadhyay ने साल 2007 में BSP की टिकट पर विधानसभा का चुनाव भी लड़ा था। लेकिन वह जीत नहीं पाया था।
Vinod Upadhyay से जुड़ा 2004 की एक घटना है। 2004 में विनोद उपाध्याय को किसी ने थप्पड़ मारा था। इस का बदला उसने हत्या से लिया था। दरअसल जेल में बंद जीतनारायण मिश्र नाम के एक अपराधी ने किसी विवाद के कारण उसको Vinod Upadhyay को थप्पड़ मारा था। जब जीतनारायण मिश्र जेल से बाहर आया तो विनोद ने संतकबीर नगर बखीरा के पास उसकों मौत के घाट उतार दिया था।
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