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Meerut: प्रोफेसर रमेश चंद्र त्रिपाठी को मेरठ विश्वविद्यालय में दी गई श्रद्धांजलि, LU में स्थापित किया था पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग

• LAST UPDATED : December 5, 2022

Meerut

इंडिया न्यूज, मेरठ (Uttar Pradesh)।  पत्रकारिता शिक्षा जगत के प्रतिष्ठित विद्वान प्रो. रमेश चंद्र त्रिपाठी के निधन पर मेरठ स्थित चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में एक श्रद्धांजलि सभा हुई। प्रोफेसर त्रिपाठी का 3 दिसंबर को लखनऊ के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया था। उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय में पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की स्थापना की थी।

प्रो. रमेश चंद्र त्रिपाठी को दी गई श्रद्धांजलि
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ में आयोजित शोक सभा में विभाग के निदेशक प्रो. प्रशांत कुमार ने कहा, ”प्रो. त्रिपाठी केवल लखनऊ तक ही सीमित नहीं थे, बल्कि उत्तर प्रदेश तथा सम्पूर्ण भारत के कई विश्वविद्यालयों में पत्रकारिता शिक्षा को स्थापित करने में उन्होंने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था।”

प्रो. प्रशांत कुमार ने कहा, ”प्रो. रमेश चंद्र त्रिपाठी ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग को हमेशा अपना पूरा सहयोग दिया।”

शिक्षक और शिष्य का संबंध अटूट: प्रो. नरेंद्र
मेरठ विश्वविद्यालय में आयोजित शोक सभा में उस समय सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों की भी आंखे नम हो गई, जब विभाग के पूर्व शिक्षक और वर्तमान में आई.आई.एम.टी. विश्वविद्यालय, मेरठ के पत्रकारिता विभाग में प्रो. नरेन्द्र कुमार मिश्रा ने अश्रुपूरित नेत्रों से प्रो. त्रिपाठी को श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रो. नरेन्द्र कुमार मिश्रा लखनऊ विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के छात्र भी रहे हैं। प्रो. नरेन्द्र मिश्रा ने कहा कि प्रो. त्रिपाठी ने उन्हें हर सम्भव सहायता प्रदान की। एक शिक्षक और शिष्य का संबंध अटूट हो सकता है, यदि हम सच्चाई और ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं।

गुरू जी के जुझारूपन का करना चाहिए अनुकरण: डॉक्टर मनोज
लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र तथा प्रो. रमेश चंद्र त्रिपाठी के निर्देशन में पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त करने वाले विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने प्रो. त्रिपाठी को श्रद्धाजंलि देते हुए कहा कि स्पष्टवादिता, समयबद्धता, कठोर परिश्रम उनको महान बनाता है। तनावग्रस्त हमारे आज के जीवन में गुरू जी के जुझारूपन का हम सभी को अनुकरण करना चाहिए। डॉ. श्रीवास्तव ने कहा कि प्रो. त्रिपाठी का निधन मेरे स्वयं के लिए लिए तो बहुत ही दुखद है ही साथ ही साथ हमारे विभाग तथा पत्रकारिता शिक्षा जगत में अपूर्णीय क्षति है। इस शोक सभा में लवकुमार सिंह, नेहा कक्कर, मितेन्द्र कुमार, राकेश कुमार, ज्योति राठौर तथा छात्र और छात्राएं उपस्थित रहे।

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