Meerut
इंडिया न्यूज, मेरठ (Uttar Pradesh) । मेरठ में पुलिस कस्टडी में युवक की हालत बिगड़ने के बाद मौत का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने जुआ खेलते हुए युवक को पकड़ा था। परिजनों का आरोप है कि पुलिस युवक को पकड़कर थाने ले गई। जहां पुलिस ने युवक को पानी भी नहीं पूछा युवक की हालत बिगड़ गई। आनन फानन में युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसने दम तोड़ दिया।
मेरठ के दौराला के मटौर गांव में पुलिस 6 जुआरियों को पकड़कर थाने लाई थी। इन जुआरियों में प्रदीप उम्र 50 वर्ष भी शामिल था। थाने में अचानक प्रदीप की हालत बिगड़ने लगी। जब तबियत ज्यादा बिगड़ी तो पुलिस ने परिजनों को सूचना देकर प्रदीप को ले जाने को कह दिया। इसके बाद अस्पताल में युवक के दिमाग की नस फटने से मौत हो गई। वहीं परिजनों का आरोप है कि पुलिस कस्टडी में युवक की मौत हुई है। पुलिस ने कस्टडी में मौत से इंकार किया है। फ्यूचर अस्पताल प्रशासन ने ब्रेन हेमरेज से युवक की मौत कारण बताया है।
मृतक के बेटे रितिक का कहना है कि मेरे पिता प्रदीप इलाके में जुआ चल रहा था वहां चले गए थे। पुलिसवाले आए और पिता को उठाकर ले गए। ले जाकर थाने में रख लिया। जब पुलिस पिता को लेकर गई थी वो बिल्कुल ठीक थे। लेकिन जब हम लोग थाने पहुंचे तो उनकी हालत खराब थी। जीभ ऐंठ रही थी, पिता को पानी भी नहीं पिलाया। पिता न उठ पा रहे थे न बैठ पा रहे थे। पिता की बीपी हाई होने के कारण दिमाग की नस फट गई थी। थाने में पिता नीचे पड़े थे मुझसे कह दिया कि इनको उठाकर लेते जाओ।
प्रदीप की पत्नी का कहना है कि घर से बिल्कुल ठीक लेकर गए थे मेरे पति को लेकिन 2 बजे मुझे बताया कि मेरे पति नहीं रहे। मेरे पति को पानी भी नहीं पिलाया।
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