Mulayam Singh Yadav
इंडिया न्यूज, सैफई (Uttar Pradesh) ।
कहते हैं देश की राजनीति का रास्ता यूपी से होकर गुजरता है। यहां 80 लोकसभा सीटें, 403 विधनसभा सीटें और 15 करोड़ से ज्यादा वोटर हैं। इसलिए यूपी का दबदबा हमेशा रहा है। मुलायम सिंह यादव इसे बखूबी जानते थे। मुलायम सिंह की राजनीति से जुड़े कई किस्से हैं, ऐसा ही एक किस्सा उनके प्रधानमंत्री बनते-बनते चूक जाने का भी है।
बात 1996 की है। उस समय लोकसभा चुनाव हुए और राम मंदिर आंदोलन पर सवार भाजपा ने 161 सीटें जीतीं। भाजपा ने अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई में गठबंधन की सरकार बनाई। हालांकि हालात ठीक नहीं थे। अटल की सरकार 13 दिनों में ही अल्पमत में आकर गिर गई। इसके बाद गठबंधन की सरकार बनाने की बारी आई। बड़ा सवाल सामने था कि प्रधानमंत्री कौन बनेगा? उस समय पहला नाम वीपी सिंह और दूसरा नाम ज्योति बसु का सामने आया। लेकिन दोनों नेता प्रधानमंत्री बनने की रेस से बाहर हो गए।
हालात बदले तो मुलायम सिंह यादव और बिहार के कद्दावर नेता लालू प्रसाद यादव का नाम प्रधनमंत्री बनने की रेस में आगे हो गया। उस समय के दिग्गज नेता हरकिशन सिंह सुरजीत ने मुलायम सिंह यादव के नाम की मजबूती से पैरवी की। हरकिशन वामपंथी नेता थे। लेकिन लालू प्रसाद यादव और शरद यादव ने विरोध कर दिया। आखिरकार नेताजी मुलायम सिंह यादव की प्रधानमंत्री बनने की तमन्ना पूरी नहीं हो सकी।
बाद में एचडी देवगौड़ा और इंद्र कुमार गुजराल प्रधानमंत्री बने। इनकी सरकार में मुलायम सिंह यादव को रक्षा मंत्री बनना पड़ा। नेताजी के मन में प्रधानमंत्री न बन पाने की टीस हमेशा रही। वे कई बार इसका जिक्र मंचों पर भी करने से नहीं चूके।
मुलायम सिंह यादव के निधन के साथ ही भारतीय राजनीति के एक युग का अंत हो गया है। मुलायम सिंह का आज उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया जाएगा। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की सोमवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। नेता जी 82 साल के थे।
पैतृक गांव सैफई में दोपहर 3 बजे उनका अंतिम संस्कार होगा। बता दें कि उनके निधन के बाद सोमवार को यूपी में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है।
सैफई में घंटा घर किसान बाजार के पास हनुमान मंदिर के पीछे अंतेष्टि स्थल तैयार किया जा रहा है। रामगोपाल यादव ने बताया कि माननीय नेता जी हमारे बीच नहीं रहे। उनका पार्थिव शरीर मेदांता अस्पताल से यमुना एक्सप्रेसवे और आगरा लखनऊ इक्स्प्रेसवे से होकर करहल कट से सैफई के लिए जाएगा। उनका अंतिम संस्कार कल 11 अक्तूबर को अपरान्ह 3 (तीन) बजे सैफई में होगा। अंतिम दर्शन के लिए आज माननीय नेता जी का शव उनके सैफई आवास पर रखा जाएगा।
सीएम योगी ने मुलायम सिंह यादव जी के निधन पर उत्तर प्रदेश सरकार 3 दिन के राजकीय शोक की घोषणा करती है। साथ ही उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होने की बात कही है। बता दे सपा के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर नेता जी के निधन की जानकारी दी गई।
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