होम / Mumbai : कैफे से ऑर्डर किया चिकन तो मिली दवा की स्ट्रिप्स, भेजने वाली कंपनी का जवाब भी आया

Mumbai : कैफे से ऑर्डर किया चिकन तो मिली दवा की स्ट्रिप्स, भेजने वाली कंपनी का जवाब भी आया

• LAST UPDATED : December 25, 2023

India News (इंडिया न्यूज़) Mumbai : मुंबई के लियोपोल्ड कैफे से एक शख्स को खाना मिला। जिसमें मेडिसिन स्ट्रिप्स थीं। उन्होंने शिकायत करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया और स्विगी ने जवाब दिया।

क्या है पूरा मामला

दरअसल, मुंबई के एक निवासी ने दावा किया कि उसने फूड डिलीवरी ऐप स्विगी के जरिए एक डिश ऑर्डर की थी । उसमें गोलियों की एक छोटी सी पट्टी थी। खाना मुंबई के लोकप्रिय लियोपोल्ड कैफे से ऑर्डर किया गया था। उज्वल पुरी नाम के शख्स ने माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपने ऑर्डर किए गए भोजन के टुकड़े साझा किए और इसमें स्विगी को टैग किया।

इसके साथ ही उज्वल पुरी ने लिखा – मेरे मुंबई क्रिसमस सरप्राइज ने लियोपोल्ड कोलाबा में स्विगी से खाना ऑर्डर किया और मुझे खाने में यह आधी पकी दवा मिली। आगे लिखा कि उन्होंने ऑयस्टर सॉस में चिकन का ऑर्डर दिया था।

445k से ज्यादा बार देखा जा चुका वायरल पोस्ट

कुछ ही देर में यह पोस्ट वायरल हो गई । जिसे अब तक 445k से ज्यादा बार देखा जा चुका है। इस पर स्विगी का भी ध्यान गया और उन्होंने जवाब देने में देर नहीं की और कहा कि कंपनी इस मामले पर तुरंत गौर करेगी।

हम अपने रेस्तरां साझेदार उज्वल से बेहतर की उम्मीद करते हैं। कृपया हमें इस पर गौर करने के लिए थोड़ा समय दें। कंपनी ने उनसे डीएम के माध्यम से अपना ऑर्डर आईडी साझा करने के लिए भी कहा।

आधी-पकी दवा भेज दी…

इंटरनेट उपयोगकर्ताओं ने भी पोस्ट पर तुरंत प्रतिक्रिया दी। जिसमें एक व्यक्ति ने लिखा कि पिछले कुछ वर्षों में लियोपोल्ड कैफे की सेवा और गुणवत्ता में गिरावट आई है। आगे लिखा कि लियोपोल्ड को ज़्यादा महत्व दिया गया है। स्ट्रीट फूड खाना बेहतर है। यह लियो की तुलना में अधिक स्वास्थ्यकर है।

एक अन्य टिप्पणी में लिखा गया। “स्विगी…यह कैसा व्यवहार है। आपने आधी-पकी दवा भेज दी। कम से कम रेस्तरां को इसे ठीक से पकाने के लिए कहें।”

उसी यूजर ने लिखा कि लियोपोल्ड कैफे पिछले कुछ वर्षों से दयनीय है ! स्थान, भोजन, रसोई, कटलरी, माहौल और यहां तक ​​कि फर्नीचर भी कर्मचारी सब कुछ गंदा है । कृपया स्विगी के गरीब डिलीवरी बॉय को छूट दें। वह संदेशवाहक था । उसे गोली मत मारो संदेशवाहक को मार डालो ।

एक तीसरे उपयोगकर्ता ने लिखा कि

एक शख्स स्विगी के समर्थन में सामने आया और लिखा – ‘यह स्विगी का काम नहीं है। यह डिलीवरी सर्विस है। फूड इंस्पेक्टर नहीं।’

एक अन्य टिप्पणी में लिखा था । “बस यह समझना चाहता हूं कि स्विगी ने क्या गलत किया? क्या यह वह नहीं है जिस पर कैफे वाले को गौर करना चाहिए? स्विगी पर बहुत सारी बुरी टिप्पणियां की गईं । मैं यहां इरादों के बारे में निश्चित नहीं हूं।

ALSO READ:

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox