इंडिया न्यूज, वाराणसी (Third Monday of Sawan )। सावन के तीसरे सोमवार को बाबा विश्वनाथ के दरबार में सुबह 10 बजे तक तीन लाख से ज्यादा भक्तों ने मत्था टेका। विश्वनाथ मंदिर प्रशासन का अनुमान है कि सावन के तीसरे सोमवार पर शिवभक्तों का आंकड़ा छह लाख को पार कर जाएगा। रविवार को भी बाबा विश्वनाथ के दरबार में भक्तों का रेला उमड़ा था। श्रद्धालुओं की भीड़ का आलम यह था कि शयन आरती तक लगभग तीन लाख शिवभक्तों ने बाबा का जलाभिषेक किया। लंबे अंतराल के बाद देश की 12 पवित्र नदियों और तीन सागर के जल से बाबा का अभिषेक किया गया। सावन के तीसरे सोमवार पर परंपरागत रूप से विश्वनाथ गली व्यवसायी संघ द्वारा बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक किया गया।
विश्वनाथ गली व्यवसायी संघ के नेतृत्व में होने वाले जलाभिषेक में इस बार विशेष तौर पर देश के विभिन्न भागों से 12 नदियों व तीन सागरों जिनमें गंगा के अलावा यमुना, सरस्वती (त्रिवेणी-संगम), कावेरी, ताप्ती, ब्रह्मपुत्र, अलकनंदा, वरुणा, गोदावरी, क्षिप्रा, सिन्ध, कृष्णा, नर्मदा के साथ ही तीन महासागरों महानद (गंगासागर), अरब-सागर के साथ ही हिंद-महासागर का जल मंगाया गया था। शास्त्रार्थ महाविद्यालय के 11 वैदिकों द्वारा पूजन कराया गया। जलाभिषेक के लिये विश्वनाथ गली के व्यापारी सुबह आठ बजे चितरंजन पार्क पर इक्कठा हुए। डमरूओं की गड़गड़ाहट और शंख ध्वनि करते हुए व्यापारियों का समुह परंपरागत मार्ग सिंहद्वार (डेढ़सीपुल) से साक्षी-विनायक होते हुए गेट नं.-1 ढुंढिराज गणेश से विश्वनाथ मंदिर में जलाभिषेक करने पहुचे।
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