INDIA NEWS (इंडिया न्यूज़)हरदोई: में बहुत ही धूमधाम से भगवान परशुराम की जयंती मनाई गई। गांधी भवन में भगवान परशुराम जयंती पर आयोजन हुआ। शहर के विभिन्न स्थानों में भगवान परशुराम की पूजा अर्चना हवन आरती सहित विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन हुआ। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रहीं। मंत्री ने कहा भगवान परशुराम के जीवन से अन्याय अत्याचार के खिलाफ लड़ने की प्रेरणा मिलती है।
हरदोई में भगवान परशुराम की जयंती धूमधाम से मनाई गई। अक्षय तृतीया के मौके पर अखिल भारतीय ब्राम्हण महासभा के द्वारा गांधी भवन में भगवान श्री परशुराम के जन्म उत्सव पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी रहीं। यहां भगवान परशुराम की आरती की गई और इस दौरान सभी ने भगवान परशुराम के जयकारे लगाए।
परशुराम को भगवान विष्णु का छठा अवतार माना जाता है और भगवान परशुराम के जन्मदिन को हर साल परशुराम जयंती के रूप में मनाया जाता है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार यह जंयती वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान परशुराम का जन्म प्रदोष काल में तृतीया तिथि में हुआ था। ऐसे में परशुराम जयंती का उत्सव प्रदोष काल में ही मनाया जाता है। इस मौके पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि भगवान परशुराम के जीवन से अन्याय अत्याचार के खिलाफ लड़ने की प्रेरणा मिलती है। कहा कि अक्षय तृतीया के दिन जन्म लेने के कारण ही भगवान परशुराम की शक्ति भी अक्षय थी। इतना ही नहीं इनकी गिनती तो महर्षि वेदव्यास, अश्वस्थामा, राजा बलि, हनुमान, विभीषण, कृपाचार्य, ऋषि मार्कंडेय सहित उन आठ अमर किरदारों में होती है। जिन्हें कालांतर तक अमर माना जाता रहेगा। शास्त्रों में आठ चिरंजीव बताए गए हैं परशुराम उन्हीं अष्टचिरंजीवियों में से एक हैं। उन्होंने कहा कि पूरा ब्राह्मण समाज भगवान परशुराम के वंशज हैं।
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