इंडिया न्यूज, गोरखपुर (Monkey Pox)। मंकी पॉक्स का खौफ गहराने लगा है। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। इस बीमारी से प्रभावित देशों से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग कराने के निर्देश दिए गए हैं। संदिग्धों के नमूने जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) पुणे भेजे जाएंगे। यूपी में भी दो संदिग्धों का सैंपल जांच के लिए एनआईवी भेजा गया है। मंकी पॉक्स के प्रभावित देशों से आने वाले लोगों की 21 दिनों तक मॉनिटरिंग करने के निर्देश हैं।
संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. सौरभ पांडेय ने बताया कि मंकी पॉक्स 70 से अधिक देशों में फैल चुका है। मंकी पॉक्स वायरस के लक्षण चेचक की तरह होते हैं। यह वायरस त्वचा, आंख, नाक व मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है। संक्रमित जानवर के काटने या संक्रमित व्यक्ति के छूने से फैल सकता है। शुरुआती लक्षणों में बुखार आता है। इसके बाद धीरे-धीरे शरीर में चेचक की तरह घाव होने लगते हैं, जो पूरे शरीर में फैल जाते हैं। यह फोड़े और फुंसी का आकार ले लेते हैं।
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