India News(इंडिया न्यूज़), PM Vishwakarma Yojana: केंद्र सरकार आम जनता के लिए ढेर सारी योजनाओं का ऐलान करती है, जिससे की आम लोगों को काफी लाभ मिलता है। ऐसे ही एक योजना है जिसको पीएम मोदी ने लॉन्च कर कई सारे लोगों को मदद की है। आज हम आपको इस लेख में बताने जा रहे है कि अगर आप भी खुद का कोई बिजनेस शुरू कर रहे है तो लेख आपके बहुत काम की है। इस योजना के बारे में जानने के बाद आपको काफी मदद मिल सकती है।
इस योजना के तहत लोहार, सुनार, नाई और मोची जैसे कारीगरों को सरकार द्वारा कई लाभ दिए जाएंगे। सरकार ने इस योजना में 18 व्यवसायों को शामिल किया है।
अगर आप अपना खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं और आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं तो चिंता न करें, मोदी सरकार खुद आपकी मदद कर रही है। जी हां, पीएम विश्वकर्मा योजना आपके काम आ सकती है। इसके तहत सरकार जरूरतमंदों को 3 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान करती है और खास बात यह है कि इस लोन के बदले आपको कोई गारंटी नहीं देनी होती है। इस योजना के तहत कुछ नियम तय किए गए हैं और गारंटी प्राप्त करने के लिए आपको योजना में शामिल 18 ट्रेडों में से किसी एक से जुड़ा होना चाहिए।
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत कोई भी हुनरमंद व्यक्ति लाभ लेकर अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकता है। अपने सामने आने वाली वित्तीय समस्याओं में सहायता पाने के लिए वह योजना के तहत ऋण के लिए आवेदन कर सकता है। इसमें मोदी सरकार ने 3 लाख रुपये तक के लोन का प्रावधान किया है, जो दो चरणों में जारी किया जाता है।
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत व्यवसाय शुरू करने के लिए पहले चरण में 1 लाख रुपये का ऋण दिया जाता है, जबकि इसके शुरू होने के बाद विस्तार के लिए दूसरे चरण में लाभार्थी को 2 लाख रुपये का ऋण दिया जाता है। इसके लिए जहां आवेदक को कोई गारंटी नहीं देनी होगी वहीं 5 प्रतिशत की बेहद रियायती ब्याज दर पर यह लोन उपलब्ध कराया जाएगा।
सबसे बड़ा फायदा यह है कि यदि कोई कुशल व्यक्ति पैसे की कमी के कारण अपना व्यवसाय शुरू नहीं कर पा रहा है, तो वह इस योजना के तहत ऋण के लिए आवेदन कर सकता है। इस योजना के तहत लाभार्थी को 3 लाख रुपये का ऋण दिया जाएगा। पहले चरण में बिजनेस शुरू करने के लिए 1 लाख रुपये का लोन मिलेगा और इसके बाद दूसरे चरण में इसे बढ़ाने के लिए 2 लाख रुपये तक का लोन लिया जा सकता है। यह ऋण केवल 5 प्रतिशत ब्याज पर मिलेगा। इसके साथ ही आपको प्रतिदिन 500 रुपये का स्टाइपेंड भी मिलेगा।
आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए। इसके लिए आयु 18 वर्ष से अधिक और 50 वर्ष से कम होनी चाहिए। किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से संबंधित ट्रेड में सर्टिफिकेट होना चाहिए। योजना में शामिल 140 जातियों में से होना चाहिए।
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