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इंडिया न्यूज, प्रयागराज (Uttar Pradesh): महामंडलेश्वर कैलाशानंद की हत्या की साजिश रचने के मामले में पकड़े गए संदिग्ध विक्रम सिंह को पुलिस ने सात दिन की कस्टडी रिमांड पर लिया है। पुलिस पूछताछ कर कई राज उगलवाए जाएंगे। बागपत निवासी विक्रम को एक दिन पहले परी अखाड़े की त्रिकाल भवंता की तहरीर पर धोखाधड़ी, जालसाजी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उसे कस्टडी रिमांड पर सौंपा जाए। ताकि अन्य सबूत इकट्ठा किए जा सकें। कोर्ट ने अर्जी मंजूर करते हुए आरोपी को सात दिन की कस्टडी रिमांड पर सौंपने का आदेश दिया। इसके बाद पुलिस उसे हिरासत में लेकर थाने ले गई।
कस्टडी रिमांड के दौरान कई राज उगलवाने की कोशिश
मामले में अभी तमाम सवालों के जवाब नहीं मिल सके हैं। पुलिस इस बात का पता नहीं लगा सकी है कि आरोपी महामंडलेश्वर कैलाशानंद के हरिद्वार स्थित आश्रम में क्यों गया था। अब तक यह भी नहीं पता चला है कि उसने दो आधार कार्ड कैसे और कहां से बनवाए। कस्टडी रिमांड के दौरान उनसे यही राज उगलवाने की कोशिश की जाएगी। बागपत निवासी विक्रम कुमार 23 दिसंबर को नैनी पुल के नीचे बने परी अखाड़े की त्रिकाल भवंता से मिलने आया था। आरोप है कि उसने खुद को योगेंद्र शर्मा बताया। उसके पास से दो आधार कार्ड, एक लैपटॉप व मोबाइल मिला था। इसके बाद उसके खिलाफ जाली दस्तावेज तैयार करने समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई।
एसीपी करछना अजीत सिंह चौहान ने कहा कि कस्टडी रिमांड अवधि दो जनवरी को खत्म होने पर आरोपी को पुन: कोर्ट में पेश किया जाएगा।
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