इंडिया न्यूज,उत्तराखंड। उत्तराखंड में ऑटोमेटेड फिटनेस टेस्ट की अनिवार्यता के विरोध में आज प्रदेश भर में चक्का जाम किया गया। आपको ज्ञात हो कि सोमवार को वाहन स्वामियों के यूनियन द्वारा परिवहन मंत्री चंदन रामदास के आवास पर सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी से की गयी वार्ता विफल रही जिसके बाद वाहन स्वामियों द्वारा चक्का जाम का फैसला लिया गया। आपको बता दें कि केन्द्र सरकार द्वारा वाहन चालकों को 1 जूलाई 2024 तक कम्प्यूटर फिटनेस टेस्ट किये जाने का समय दे रखा है।
एक कम्पनी को फायदा पहुंचाने के लिये लिया गया फैसला
प्रदेश भर में चल रहे चक्का जाम एवं प्रदर्शन के दौरान उत्तराखंड टैक्सी मैक्सी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष सुंदर सिंह पवार ने मीडिया से बात करते हुए सरकार के द्वारा लागू किये गए फैसले को एक कम्पनी को फायदा पहुंचाने के लिये लिया गया फैसला बताया। उन्होंने ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के द्वारा विधानसभा का घेराव करने की धमकी दे डाली साथ ही मांग पूरी न होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की बात कही। सुंदर सिंह पवार ने कहा कि उत्तराखंड की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए वाहनों का कम्प्यूटर फिटनेस करने जाना संभव नहीं है जिसके चलते वाहनों की फिटनेस टेस्ट पहले के जैसे ही की जाए।
सरकार के खिलाफ किया गया प्रदर्शन
सरकार के फैसले से नाराज़ वाहन स्वामियों द्वारा चक्काजाम कर जताई जा रही नाराज़गी के क्रम में टिहरी जिले के में टैक्सी वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया गया। साथ ही सरकार द्वारा मांग पूरी न करने पर विरोध जारी रखने और आंदोलन को और उग्र करने की बात कही।
चक्का जाम से आम जनता परेशान
फिटनेस टेस्ट को लेकर सरकार द्वारा लिए गए फैसले के विरोध में जहां विक्रम, ऑटो, बस और ट्रकों के चालकों द्वारा प्रदेश भर में चक्का जाम किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ आम जनता के लिए भी समस्या कड़ी हो गयी है। चक्काजाम के कारण लोगों को आने जाने में समस्या हो रही। आज सुबह से ही लोग सड़क पर भटकते नज़र आए।