Ayodhya
इंडिया न्यूज, अयोध्या (Uttar Pradesh): उत्तर प्रदेश में ठंड बढ़ने के कारण मौसम के मिजाज को देखते हुए, आराध्य रामलला की सेवा में भी बदलाव किए गए है।
भगवान को गर्म पानी से कराया जाता है स्नान
रामलला को ठंड से बचाने के लिए तरह-तरह के उपाय किए जा रहे हैं। बालक स्वरूप रामलला के दरबार में रजाई कंबल के साथ ब्लोअर भी लगाया गया है। इसके अलावा, भगवान को ऊनी वस्त्र पहनाए गए हैं। वहीं सुबह के समय भगवान का गर्म पानी से स्नान कराया जाता है। भगवान रामलला को उन्हीं स्वादिष्ट व्यंजनों का भोग लगाया जा रहा है, जिससे रामलला को ठंड ना लगे।
रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि रामलला के दरबार में ठंड से बचने के लिए व्यवस्थाएं की गई हैं। रामलला को सुबह रबड़ी का भोग लगाया जाता है। इसके साथ ही हलवा-पूरी भी भोग में लग रहा है। इस बात का विशेष ख्याल रखा जाता है, कि रामलला गर्मी उत्पन्न करने वाले भोजन को ही ग्रहण करें।
गर्मी देने वाले व्यंजनों से लगता है भोग
रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि ट्रस्ट की मंशा है, कि रामलला को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो। ऐसी स्थिति में रामलला को ठंड से बचाने के लिए व्यवस्था किए गए हैं। रामलला को गर्मी देने वाले व्यंजनों में तस्मी, हलवा-पूरी से भोग लगता है। रामलला बालक रूप में है। जिस प्रकार से एक माता अपने बालक की व्यवस्था करती है, ठीक उसी तरह से रामलला की व्यवस्था की जाती है।
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