India News(इंडिया न्यूज़), Ram Mandir: अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के लिए और इंतजार नहीं करना पड़ेगा। क्योंकि 22 जनवरी को केवल 15 दिन की बचें हैं। लंबे इंतजार के बाद अब राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। वहीं, अयोध्या में बन रहे भव्य मंदिर की तर्ज पर अलवर शहर शालीमार में भी राम मंदिर बनाया जा रहा है।
अलवर शहर में बन रहे इस मंदिर का काम पिछले 2 साल से चल रहा है। खास बात यह है कि इस मंदिर की नींव भी 5 अगस्त के दिन रखी गई, जिस दिन प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या के राम मंदिर की नींव रखी थी।
अलवर शहर का यह मंदिर 2 एकड़ भूमि पर बनाया जा रहा है। हालांकि, इस मंदिर को तैयार होने में अभी एक साल और लगेगा। 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी, जबकि 22 जनवरी को अलवर के राम मंदिर में भगवान राम के परम भक्त हनुमान जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस दिन मंदिर में धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
त्रेहान डेवलपर के निदेशक अशोक सैनी ने कहा कि जिस तरह अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है, उसी तरह अलवर के अपना घर शालीमार में भी राम मंदिर का निर्माण चल रहा है। जो श्रद्धालु अयोध्या नहीं पहुंच सकते वे भी इस मंदिर में पहुंचकर रामलला के दर्शन कर सकते हैं। हमारा प्रयास है कि अलवर में बन रहे राम मंदिर को वैसा ही आकार दिया जाए जैसा अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है।
उन्होंने कहा कि मंदिर दो एकड़ जमीन पर बनाया जा रहा है। इस मंदिर का काम 2 साल से चल रहा है। इस मंदिर को पूरा बनने में लगभग 1 साल का समय और लगेगा। इससे पहले 22 जनवरी को अलवर के राम मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। यह प्रतिमा जयपुर में तैयार की जा रही है और इसकी ऊंचाई जमीन से करीब सवा तीन फीट है।
अशोक सैनी ने बताया कि 22 तारीख को अलवर के राम मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति स्थापित की जाएगी। इससे पहले इस मंदिर में खाटू श्याम जी और नवग्रह की मूर्तियां स्थापित की जा चुकी हैं। जब मंदिर पूरी तरह तैयार हो जाएगा तब भगवान राम की मूर्ति स्थापित की जाएगी। अब मंदिर की दीवारों पर जय श्री राम की तस्वीरें भी लगाई जाएंगी।
इसमें भगवान राम के जीवन से जुड़ी तस्वीरें भी शामिल होंगी। आपको बता दें कि अलवर में अपना घर शालीमार के मुख्य द्वार पर भगवान राम की 70 फीट की मूर्ति मौजूद है। अशोक सैनी ने बताया कि इस मंदिर में एक ही स्थान पर अन्य देवी-देवताओं के भी दर्शन होते हैं।
इसके अलावा मंदिर परिसर में आंध्र प्रदेश से आई भगवान शिव की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। अशोक सैनी ने बताया कि जो पत्थर अयोध्या में लगाए जा रहे हैं वही अलवर के राम मंदिर में भी लगाए जा रहे हैं। ये पत्थर धौलपुर और करौली जिलों से आ रहे हैं। इन पर नक्काशी भी वहीं से हो रही है, जो लोगों को काफी आकर्षित करेगी।
ALSO READ: