India News (इंडिया न्यूज़), Asif Iqbal, Ramnagar: रामनगर में ppp मोड पर गए सरकारी अस्पताल के बाहर लापरवाही के मामलों के सामने आने पर रामनगर व आसपास के जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार धरना प्रदर्शन होते रहे है। वहीं अब अस्पताल के परिसर में धरना प्रदर्शन पर स्थानीय प्रशासन ने रोक लगा दी है। साथ ही कहा गया है कि परिसर में किसी ने भी धरना प्रदर्शन किया तो उस पर कार्यवाही होगी।
बता दें कि रामनगर के सरकारी चिकित्सालय को 7 जुलाई 2020 को सरकार द्वारा पीपीपी मोड पर दे दिया गया था। जब से इस अस्पताल को पीपीपी मोड पर दिया गया तब से ही मरीजों, तीमारदारों और उनके परिवार वालों द्वारा लगातार अस्पताल पर लापरवाही के आरोप के मामले प्रकाश में आते रहे हैं। इसके विरोध में लगातार अस्पताल के बाहर कांग्रेस के साथ ही अलग संघटनों व स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा इसको पीपीपी मोड से हटाए जाने को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन होते रहे है।
वहीं बीते दिनों पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी के नेतृत्व में अस्पताल को पीपीपी मोड से हटाए जाने के विरोध में हुए धरना प्रदर्शन के बाद स्थानीय प्रशासन ने अस्पताल प्रशासन की ओर से शिकायती पत्र के बाद निर्णय लेते हुए अस्पताल परिसर के अंदर धरना प्रदर्शन पर रोक लगा दी है।
वहीं बीते दिनों धरने पर बैठे पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी ने कहा कि इस अस्पताल में लगातार जब से पीपीपी मोड पर गया है तब से ही लापरवाही के मामले लगातार प्रकाश में आते रहे है। ये हिटलरशाही फरमान है और जनता की आवाज को दबाने का ये फरमान जारी किया गया है। जब-जब लापरवाही हुई है तब-तब हमारे द्वारा यहां पर विगत तीन वर्षों में दर्जनों बार धरना प्रदर्शन किया गया है। यह फरमान विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए जारी किया गया है।
संजय नेगी ने यह भी कहा कि सत्ता पक्ष के लोगों की चुप्पी कहीं ना कहीं इस बात को दर्शाती है कि उनकी इस अस्पताल में हिस्सेदारी है। उन्होंने कहा कि हम यह हिटलर शाही फरमान का विरोध करते हैं और जब-जब लापरवाही के मामले प्रकाश में आएंगे वह अस्पताल परिसर के अंदर ही धरना प्रदर्शन करेंगे।
वहीं मामले में रामनगर के उपजिलाधिकारी राहुल शाह ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व विभिन्न मांगों को लेकर कुछ लोगो द्वारा अस्पताल के अंदर धरना प्रदर्शन किया गया था। जिससे अस्पताल के रूटीन कार्यों में दिक्कतें आ रही थी।
उपजिलाधिकारी ने यह भी बताया कि इस संबंध में अस्पताल प्रशासन की ओर से हमे पत्र लिखा गया था कि धरना प्रदर्शन से ओपीडी में मरीजो के उपचार व अन्य कार्यों में व्यवधान पैदा हो रहा है।
उनके लिखित प्रार्थना पत्र के क्रम में हमारे द्वारा थानाध्यक्ष रामनगर को ये निर्देश दिए है कि अस्पताल परिसर में किसी भी प्रकार का धरना प्रदर्शन न हो और किसी प्रकार का कोई व्यवधान ना आए। इसके लिये अस्पताल परिसर पर प्रदर्शन पर रोक लगाने के निर्देश पुलिस को दिये हैं। वहीं उलंघन करने वालो पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।