Rampur
इंडिया न्यूज, रामपुर (Uttar Pradesh)। समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता मोहम्मद आजम खान 2022 विधान सभा चुनाव में सीतापुर जेल से चुनाव लड़े थे और दसवीं बार 37 सदर सीट से विधायक चुने गए थे। लेकिन विधायक बनने के बाद से क्षेत्र के विकास के लिए विधायक निधि का एक रुपया भी खर्च नहीं कर सके और हेट स्पीच मामले में तीन साल की सजा होने के बाद उनकी विधायकी रद्द कर दी गई।
इस तरह आज़म खान दसवीं बार विधायक रहे और विधायक निधि का एक भी रुपया विकास कार्यों के लिए खर्च नहीं कर पाए।
इस पर मुख्य विकास अधिकारी नंद किशोर कलाल ने कहा कि 2022 सामान्य विधानसभा चुनाव के बाद आज़म खान ने अपनी निधि में से किसी भी प्रकार का प्रस्ताव सीडीओ कार्यालय को भेजा नहीं गया था। जिसकी वजह से वर्तमान वित्त वर्ष में उनके विधानमंडल क्षेत्र की जो विधायक निधि थी इसमें से किसी भी प्रकार का खर्च निर्माण कार्यों में नहीं किया जा सका।
सांसद निधि को लेकर सीडीओ ने कहा कि लगभग दो करोड़ पचास लाख रुपए के प्रस्ताव दिए गए थे। जिसमें नियमानुसार विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं को आवंटित कर दिया गया था और उसमें वर्तमान में कार्य चल भी रहे हैं। लेकिन वर्तमान में विधायक निधि का कोई प्रस्ताव उनके द्वारा नहीं भेजा गया था।
हमारी तरफ से सभी विधायकों को तीन रिमाइंडर भेजे जा चुके हैं जिन्होंने अभी तक प्रस्ताव नहीं भेजे हैं, क्योंकि अब नियमावली में बदलाव भी हुआ है। क्योंकि निधि का प्रथम वित्त वर्ष का तीन करोड़ रुपया सभी को विकास कार्यों में खर्च करना ही होता है वरना कोलेप्स कर दिया जाता है। इस तरह सभी को रिमाइंदर भेजा गया था। जिसमें कुछ विधायको ने प्रस्ताव नहीं भेजे हैं उनमें आज़म ख़ान भी हैं।
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