India News (इंडिया न्यूज) Arun Kumar Chaturvedi, Lucknow : रविवार को भी उत्तर प्रदेश में अनुमान से 29% कम बारिश हुई पूर्वी तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश होने के साथ ही ज्यादातर इलाकों में सूखे की स्थिति बनी रही। कम बारिश होने से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं।
इंडिया न्यूज संवाददाता अरुण कुमार चतुर्वेदी की रिपोर्ट के अनुसार, बारिश ना होने तथा उमस वाली भीषण गर्मी पड़ने से विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था भी बदहाल है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति कम होने के चलते खेतों में खड़ी फसल सूखने की कगार पर है। मौसम विज्ञान विभाग ने जिस तरह पूर्वी तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश के लिए अलर्ट जारी किया, उसके हिसाब से बहुत कम बारिश रिकॉर्ड की गई है।
कम बारिश होने से 20 से अधिक जिलों में सूखे की स्थिति उत्पन्न होने का खतरा बढ़ गया है। इस बार मानसून के शुरुआती दौर से ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश देखने को मिली। वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में लगभग 15 से 20 दिन पूर्व से बारिश का सिलसिला थमा हुआ है। बात करें पश्चिमी उत्तर प्रदेश की तो यहां लगातार बारिश जारी है।
पिछले 24 घंटों में उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में 28, देवरिया में 11, गोंडा में 19, महाराजगंज में 16, लखीमपुर खीरी में 10, सोनभद्र में 10, वाराणसी में 25, इटावा में 12, हमीरपुर में 35, जालौन में 14, झांसी में 13, महोबा में 17, मैनपुरी में 11, मथुरा में 16, मेरठ में 17 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है।
बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर एवं आसपास इलाकों में मेघ गर्जन एवं वज्रपात होने की संभावना है।
कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर एवं आसपास इलाकों में भारी वर्षा होने की संभावना है।
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