India News(इंडिया न्यूज़),Sitapur News: भीषण गर्मी के बीच मौसमी बीमारियों के चलते जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। नतीजा यह है कि अब एक बेड पर दो मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। इसके साथ ही उनके तीमारदार अस्पतालों के बाहर से लेकर बरामदे तक जमीन पर समय काटते हुए दिखाई दे रहे हैं। सीएमएस कहना है कि जिला अस्पताल में स्वीकृत बेड के अलावा 42 अन्य बेडो को भी लगाया गया है और अब वह भी भर चुके हैं। उनका कहना है कि मरीजों को बरामदे में स्ट्रेचर पर भर्ती किया जा रहा है और डिस्चार्ज मरीजों के होने पर उन्हें फिर बेड पर शिफ्ट कर दिया जाता है।
यह पूरा मामला सदर जिला अस्पताल का है। यहां पिछले 1 सप्ताह के अंदर मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ता गया जिसके चलते अब जिला अस्पताल में रिजर्व बेड भी फुल हो चुके हैं। सीएमएस डॉ. आर.के. सिंह का कहना है कि जिला अस्पताल में कुल 213 बेड स्वीकृत हैं। इसके बावजूद बरामदे और अन्य जगहों पर जिला अस्पताल द्वारा 42 बेड और लगाए गए थे। कुल मिलाकर 255 बेड जिला अस्पताल में संचालित हैं और इन सभी बेड़ो पर मरीजों की संख्या फुल हो चुकी है। इस भीषण गर्मी के चलते मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है जिसके चलते एक बेड पर दो मरीज भर्ती करने पड़ रहे हैं।
सीएमएस का कहना है कि नए आने वाले मरीजों को इमरजेंसी में भर्ती किया जा रहा है और उसके बाद बरामदे में स्ट्रेचर और बेंच पर गद्दों को डालकर भर्ती करते हैं और उसके बाद बेड खाली होते ही मरीजों को पुनः बेड पर शिफ्ट कर दिया जाता है। जिला अस्पताल में मरीजों को इस भीषण गर्मी के बीच काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं उनके तीमारदार भी मरीजों के साथ-साथ बीमार होते नजर आते हैं। स्वास्थ्य विभाग लाख दावे करे लेकिन मौसम बदलते ही उस की जमीनी हकीकत सामने आ जाती है और मरीजों का इलाज करने वाला जीवन अस्पताल खुद भी बीमार दिखने लगता है।