इंडिया न्यूज, गोरखपुर:
Take Precautions On Holi चुनावी रंग के बीच होली का त्योहार दिनों दिन नजदीक आ रहा है। ऐसे में जरूरी है कि सावधानी बरतते हुए रंग खेला जाए और घर के बने पकवान सेहममंद साबित होंगे। बाजार में मिलने वाला खोवा यदि मिलावटी हुआ तो स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है।
सीएमओ डा. आशुतोष कुमार दूबे कहा है कि आलू, शकरकंदी के अलावा कई नुकसानदायक सामग्री भी मिलाकर खोवा बनाया जाता है जो दुकानदारों द्वारा बेचा जाता है। वे सुगंध मिलाकर देशी घी बनाते हैं। नमकीन और मसालों में भी खूब मिलावट की जाती है। ऐसी चीजों का सेवन करने से लोग बीमार पड़ सकते हैं। ऐसे में उचित यही रहेगा कि नमकीन घर पर बनाएं और बाजार के खोवे की जगह मेवे के साथ सूजी का इस्तेमाल करें।
ह्रदय रोगी और उच्च रक्तचाप के रोगी खानपान में विशेष परहेज बरतें। होली की मस्ती में अत्यधिक मिठाई, घी, तेल और नमक का सेवन न करें, नहीं तो होली का त्योहार आपके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा। अगर इन बीमारियों से ग्रसित हैं तो चिकित्सक द्वारा बताई गई दवाओं का सेवन नियमित करते रहें।
सीएमओ ने बताया कि बाजार में होली के समय बिकने वाले रासायनिक रंग बाल, आंख व त्वचा के लिए अत्यंत नुकसानदेह हो सकते हैं। अगर यह रंग किसी भी प्रकार से शरीर के अंदर चले जाएं तो श्वसन तंत्र, पाचन तंत्र, गुर्दे, लीवर और हृदय तक को नुकसान पहुंचाते हैं । होली पर घातक रासायनिक रंगों की जगह हर्बल रंगों का प्रयोग लाभदायक होता है।
जब भी होली खेलने जाएं तो पूरी बांह के मोटे कपड़े पहने, जूते पहने, सिर पर तेल लगा कर टोपी लगाएं और शरीर के खुले हुए भाग पर कोई भी तेल या मास्चराइजर लगाएं, आंखों पर चश्मा लगा कर जाएं।
Read More : Horrific road Accident in kanpur Late Night : ट्रैक्टर-ट्राली भिड़ंत में चालक व हेल्पर की मौत
Also Read : Dr. Used to do private practice in Shamli : संदिग्ध हालात में डाक्टर की गोली लगने से मौत
Read More : Circle While going for Campaign in Chandauli : केंद्रीय मंत्री और भाजपा प्रत्याशी के काफिले पर रॉड से हमला