इंडिया न्यूज, गाजियाबाद:
United Kisan Morcha Meeting Postponed: शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी के तीनों कृषि कानून वापस लेने का ऐलान करने के बाद खलबली मच गई है, और इसका सीधा असर किसान आंदोलन पर हुआ। महाराष्ट्र में किसानों की बैठक करने के बाद भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत शुक्रवार देर रात गाजीपुर बॉर्डर पर लौट आए। शनिवार को राकेश टिकैत ने कहा था कि 20 नवंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की 9 सदस्यीय कमेटी की बैठक आयोजित की जाएगी, लेकिन थोड़ी ही देर के बाद बैठक को स्थगित कर दिया गया। अब यह बैठक रविवार 21 नवंबर को सिंघु बार्डर पर होगी।
राकेश टिकैत ने कहा कि बैठक में हम तय करेंगे कि लाइन आॅफ एक्शन क्या लेना है। टिकैत का कहना है कि बातचीत के बगैर हम कैसे घर चले जाएंगे। आगे के जो मसले हैं, उस पर भी सरकार से बात होनी बाकी है। एमएसपी गारंटी कानून भी एक बड़ा सवाल है। कल अगर ये सीड बिल लेकर आएंगे तो उसके लिए किससे बातचीत करेंगे। एक ठीक माहौल में बातचीत हो, उसी के आधार पर आगे की चीजें तय होंगी।
टिकैत ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि एमएसपी भी एक बड़ा सवाल है। उस पर भी कानून बन जाए। क्योंकि किसान जो फसल बेचता है, उसे वह कम कीमत पर बेचता है। इससे बड़ा नुकसान होता है। अभी बहुत से कानून सदन में है, उन्हें फिर ये लागू करेंगे। उस पर हम बातचीत करना चाहते हैं।