इंडिया न्यूज, लखनऊ:
Unnao Missing Dalit Girl Case करीब दो महीने पहले उन्नाव में एक दलित लड़की गायब हो गई थी। इसी बात को लेकर उसकी मां समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने 24 जनवरी को कूद कर आत्मदाह का प्रयास किया था और अपनी बेटी के लिए इंसाफ मांगा था। महिला ने उन्नाव के समाजवादी पार्टी के नेता के बेटे के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई से निराश होकर अखिलेश यादव के समक्ष गुहार लगाई थी। लेकिन उसे वहां भी न्याय नहीं मिला। अगवा की गई उसकी पुत्री का शव गुरुवार को पूर्व मंत्री के आश्रम के पास खाली पड़े प्लाट के गड्ढ़े में दबा मिला।
पुलिस की गहन जांच उन्नाव की पुलिस समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव फेडरेशन के चेयरमैन रहे स्वर्गीय फतेहबहादुर सिंह के कब्बाखेड़ा में बनवाए गए दिव्यानंद आश्रम में कार्यरत युवक तक पहुंच गई थी। अहम कड़ी हाथ लगने के बाद पुलिस ने गुरुवार को आश्रम के पास खाली पड़ी जमीन पर खोदाई शुरू कराई। खाली पड़े प्लाट में करीब सात फीट गहरा गड्ढा खोदने पर युवती का शव दफन मिला। इस मामले में आश्रम के कर्मी के साथ मंत्री के पुत्र राजोल सिंह पर शिकंजा कसा है। मंत्री पुत्र जेल में है।
उन्नाव के सदर कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला निवासी 22 वर्षीय दलित युवती आठ दिसंबर को अचानक लापता हो गई थी। उसकी मां का आरोप था कि मंत्री के बेटे राजोल से उसका मिलना-जुलना था और उसी ने उसका अपहरण किया था। युवती की मां की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर तलाश शुरू की थी।
इसके ठीक एक महीने बाद 10 जनवरी को पुलिस ने राजोल सिंह के विरुद्ध युवती के अपहरण व एससीएसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद भी कोई कार्रवाई न होने से परेशान मां ने 24 जनवरी को लखनऊ पहुंची और पूर्व सीएम अखिलेश यादव के काफिले के सामने आत्मदाह का प्रयास किया था। मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस ने राजोल को गिरफ्तार कर दूसरे ही दिन जेल भेज दिया। इसके बाद भी युवती का पता नहीं चल सका था।
दलित युवती के शव के पोस्टमार्टम के बाद आई रिपोर्ट में उसकी गला दबाकर हत्या करने की पुष्टि हुई है। साथ ही उसके साथ मारपीट भी हुई थी। दुष्कर्म की पुष्टि के लिए स्लाइड बनाकर लैब भेजी गई है। शुक्रवार सुबह युवती के शव के पोस्टमार्टम के करीब दो घंटे बाद डाक्टरों ने उसकी रिपोर्ट बनाई। जिसमें युवती के शरीर में चोट के दो निशान पाए गए। जिससे उसके साथ मारपीट होने की पुष्टि हुई।
वहीं गले की हड्डी टूटी होने से उसकी गला दबाकर हत्या होने की भी पुष्टि हुई। युवती के साथ दुष्कर्म होने की आशंका के चलते स्लाइड बनाई गई है। जिसे लैब भेजा गया है। डाक्टरों के अनुसार लैब से रिपोर्ट आने पर दुष्कर्म की पुष्टि हो सकेगी। प्राथमिक जांच से साफ है कि पूर्व मंत्री के बेटे रजोल सिंह और आश्रम के कर्मी ने मिलकर युवती की हत्या के बाद शव को खाली जमीन पर दफन कर दिया था। माना जा रहा पुलिस डीएनए टेस्ट भी करा सकती है।