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इंडिया न्यूज, लखनऊ (Uttar Pradesh)। उत्तर प्रदेश में 8 दिसंबर यानी कल मैनपुरी, रामपुर और खतौली सीट पर हुए उपचुनाव की मतगणना होगी। इससे पहले समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ईवीएम पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने मुख्य निर्वाचन अधिकारी और जर्मनी के विदेश मंत्री की ईवीएम के साथ फोटो शेयर की है।
अखिलेश ने ट्वीट कर लिखा कि जर्मनी ने 2009 में ही ईवीएम को नकार दिया था। इसके बाद भी भारत के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ईवीएम की कौन सी बारीकी सिखाई जा रही है। जो देश खुद ईवीएम पर भरोसा नहीं करता वह दूसरे को ईवीएम की बारीकी सिखा रहा है यह हास्यास्पद है।
जब जर्मनी ने EVM से चुनाव को असंवैधानिक मानते हुए 2009 में ही समाप्त कर दिया है तो उनकी विदेश मंत्री को EVM दिखाकर सरकार क्या साबित करना चाहती है। pic.twitter.com/4WGbjkEjL8
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 7, 2022
एक दिने पहले अखिलेश ने चुनाव आयोग पर लगाए थे गंभीर आरोप
अखिलेश यादव ने मंगलवार को कन्नौज में चुनाव आयोग को जमकर घेरा था। उन्होंने कहा कि मैनपुरी में सपा को जनता ने जिता दिया। चुनाव में परसेंटेज इसलिए कम रहा, क्योंकि चुनाव के वोट न डालने की साजिश की गई। लोगों ने तमाम वीडियो बनाए, शेयर किए, टैग किए, लेकिन इलेक्शन कमीशन ने कोई संज्ञान नहीं लिया। इसलिए जो लोग लोकतंत्र बचाना चाहते हैं, वो सब लोग एकजुट हों और सरकार के खिलाफ आवाज उठाएं।
भाजपा और दिन रही तो सारे अधिकार छिन जाएंगे
अखिलेश यादव ने कहा कि अभी मैनपुरी का चुनाव खत्म हुआ है। रामपुर का चुनाव आपने देखा। ऐसा लग रहा है कि अगर बीजेपी की सरकार अब और दिन रही तो हमारे-आपके सब अधिकार छीन लिए जाएंगे। जो अधिकार हमें बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने दिया एक वोट का, वो भाजपा की सरकार रही तो छिन जाएंगे। इसलिए मैं सभी लोगों से कहूंगा कि जो लोकतंत्र को बचाना चाहते हैं, जो लोग उस संविधान बचाना चाहते हैं जो बाबा साहब ने लिखा, जो उस सिद्धान्त को बचाना चाहते है, जो डॉक्टर राम मनोहर लोहिया ने दिया, वो सब एक होकर भारतीय जनता पार्टी को हटाने में लग जाएं।
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