India News (इंडिया न्यूज़), UP Dengue Death: उत्तर प्रदेश में डेंगू का बुखार तेजी से फैल रहा है। लालबहादूर शास्त्रीय अस्पताल के फार्मासिस्ट की डेंगू के कारण मौत हो गई। बीते शुक्रवार को डेंगू के चार नए मरीज सामने आए है। इससे अब कुल मरीजों की संख्या 121 के करीब पहुंच गई है। मलेरिया विभाग लोगों के घरों में फागिंग और नालियों में एंटी लार्वा रोधी दवा का छिड़काव करा रही है।
लालबहादुर शास्त्रीय अस्पताल के फार्मासिस्ट की डेंगू के कारण पहली मौत हुई है। बीते शुक्रवार को 4 नए मरीज भी सामने आए हैं। जिससे अब कुल मरीजों की संख्या 121 हो गई है। मलेरिया विभाग लोगों के घरों व आसपास के क्षेत्रों में फागिंग और गलियों व नालियों में एंटी लार्वा रोधी दवा का छिड़काव करा रही है। इसके साथ ही ब्लड के सैंपल भी लिए जा रहे हैं जिससे डेंगू के बढ़ते केस को रोक सके।
42 वर्षीय सुरेंद्र पाल लाल बहादुर शास्त्रीय अस्पताल में फार्मासिस्ट के पद पर तैनात थे। डेंगू होने के बाद क्षेत्र के ही जनता हास्पिटल में इलाज कराया, आराम न होने पर सुंदरपुर स्थित उपकार हास्पिटल में भर्ती कर दिया। इसके बाद लीवर से जूड़ी बीमारी होने पर फेमस अस्पताल में तीन दिन पहले भर्ती हो गए, जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
डेंगू के 4 नए मामले कोदोपुर, साहित्यनाका रामनगर, खजुरी व सामने घाट में है। MCD द्वारा 87 स्थलों पर एंटी लार्वा का छिड़काव और 79 घरों में फागिंग का छिडकाव किया है। लगभग 2556 घरों में लार्वा की जांच की गई है। इस दौरान गायत्री नगर, नई सड़क, करौंदी, जानकी नगर, वैष्णो नगर कालोनी, शिवपुर समेत 16 घरों में एंटी लार्वा पाया गया। 756 घरों में ही लार्वा का स्रोत खत्म कर दिया गया है।
मलेरिया अधिकारी शरद चंद्र पांडेय ने जानकारी दि कि डेंगू के मच्छर हमेशा दिन में काटते हैं और रात के समय मलेरिया के मच्छर सक्रिय हो जाते है। पोस्टर और पैम्फलेट के जरिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। डेंगू के बढते केस को देखते हुए लोगों को अपने घरों के आसपास साफ-सफाई पर ध्यान देने की जरूरत है।
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