India News(इंडिया न्यूज़), UP: बरेली के सीबीगंज इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी है। क्लास से घर आकर छेड़खानी का विरोध करने पर छात्रा को दो छात्रों ने ट्रेन के सामने फेंक दिया और उसका एक हाथ और दोनों पैर काट दिए और उसकी कई हड्डियां भी टूट गईं। अस्पताल में भर्ती छात्र की हालत गंभीर बनी हुई है।
इस मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। मामले में मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने पीड़ित परिवार से बात की और उनका ख्याल रखने के निर्देश दिए। बुधवार की सुबह कमिश्नर सौम्या अग्रवाल, आईजी राजेश कुमार सिंह, डीएम रविंद्र कुमार और एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने अस्पताल का दौरा किया और परिजनों और डॉक्टरों से बात की। सीबीगंज इंस्पेक्टर अशोक कंबोज, सब इंस्पेक्टर नितीश कुमार और दो पुलिस अधिकारियों को इस मामले में निलंबित कर दिया गया है। वहीं अधिकारियों को जांच शुरू करने का भी आदेश दिया गया।
सीबीगंज क्षेत्र के गांवों में रहने वाली इंटर के छात्रा शाम को सीबीगंज में कोचिंग पढ़ने जाती है। उसके बचाव पक्ष में अधिवक्ता चाचा के मुताबिक उसके आने-जाने के दौरान एक युवक और उसका साथी उससे छेड़छाड़ किया करते थे। छात्रा से जानकारी मिलने के बाद परिवारों ने आरोपियों के घर वालों से शिकायत की, मगर वे दोनों नहीं माने।
पीड़िता के परिजनों ने बताया कि मंगलवार को भी कोचिंग गई थी। इसके सात ही शाम को लौटने के वक्त वह खड़ौआ रेलवे क्रॉसिंग के पास लहूलुहान हालत में मिली। उसके दोनों पैर कटें हुए थे। जांच के दौरान पता चला कि रास्ते में उन्हीं दो किशोरों ने उसे रोका और उसके साथ मारपीट की। जब उसने विरोध किया तो उसे ट्रेन के नीचे फेंक कर जान से मारने की कोशिश की।
पुलिस ने उसे इज्जतनगर क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां रात में उसका ऑपरेशन किया गया। फिलहाल यह कहना असंभव है कि छात्र को ट्रेन के नीचे फेंका गया या कुछ और हुआ। आवेदन के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर जांच शुरू की जायेगी।
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