India News (इंडिया न्यूज़),UP Legislature: यूपी में विधानमंडल मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है। जिसके चलते समाजवादी पार्टी ने विधानसभा में बाढ़ की स्थिति और महंगाई के मुद्दे को लेकर सदन में हंगामा कर सरकार को घेर सकती है। इसके साथ ही सपा की ओर से उत्तर प्रदेश नागर स्थानीय स्वायत्त शासन विधि संशोधन अध्यादेश 2023 और उत्तर प्रदेश नगर पालिका संशोधन अध्यादेश 2023 का भी विरोध देखा जा सकता है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र का पहला दिन एक-दूसरे पर किए गए निजी हमलों के नाम रहा। वहीं, सत्ता और विपक्ष के नेताओं ने एक-दूजे पर जवाबी हमले के साथ सदन में जमकर हंगामा किया। सदन में अतीक और अशरफ सहित 12 पूर्व विधायकों को दी गई श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही चार विधायकों का जन्मदिन भी मनाया गया।
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने यूपी विधानमंडल में मणिपुर का मुद्दा उठाते हुए उस पर योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया मांगी मणिपुर में हो रही हिंसा पर निंदा प्रस्ताव पास करने की मांग की है। अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे देश के एक राज्य में हिंसा हो रही है, तो क्या हम उसकी निंदा भी नहीं कर सकते हैं। जिसके जवाब में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हम दूसरे राज्यों की चर्चा नहीं कर सकते। जिस पर अखिलेश कहते दिखे कि क्या इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बयान नहीं जारी कर सकते। उन्हें इस पर बोलना चाहिए और मणिपुर में हो रही हिंसा पर निंदा करनी चाहिए।
सपा नेताओं ने विधानभवन में मणिपुर में हो रही हिंसा पर चर्चा करने की मांग की और जमकर नारेबाजी करते रहे। जिस पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि हम दूसरे राज्यों की चर्चा सदन में नहीं कर सकते हैं। अभी आप कह रहे हैं कि मणिपुर की चर्चा करो। कल कोई कहेगा कि बंगाल में हुई हिंसा की चर्चा करो या केरल की चर्चा करो…। इससे गलत परंपरा की शुरुआत होगी। इसके बाद उन्होंने सदन के दिवंगत सदस्यों को श्रद्घांजलि देने की कार्यवाही शुरू की। इस पर सभी सदस्य शांत हो गए और अपने-अपने स्थानों पर बैठ गए। हालांकि, हंगामे के कारण विधान परिषद की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।