India News UP ( इंडिया न्यूज), UP News: बीते दिनों पुलिस प्रताड़ना से तंग आकर एक सब्जी विक्रेता ने सुसाइड कर लिया। इस मामले की जांच के बीच अब एक और नया केस सामने आया है। जिससे पुलिस के ऊपर काफी सवाल उठाये जा रहे है। एक नारियल बेचने वाले ने पुलिस वाले पर काफी गंभीर आरोप लगाए है।
कानपुर के सचेंडी में एक सब्जी विक्रेता ने पुलिस के अत्याचार से नाराज होकर आत्महत्या कर ली। इस मामले की जांच के दौरान एक और मामला सामने आया है, जिससे पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस नौबस्ता इलाके में एक नारियल विक्रेता द्वारा किए गए आरोपों की जांच कर रही है। पीड़ित दुकानदार ने अपने दावों को साबित करने के लिए वीडियो का इस्तेमाल किया है। दीएसीपी साउथ ने जांच के निर्देश दिए हैं। एसीपी नौबस्ता आरोपों की जांच कर रहे हैं।
कोयलानगर शिवपुरम निवासी चंद्र कुमार प्रजापति नौबस्ता क्षेत्र में नारियल बेचने का काम करते हैं, यह बात गई है। इल्ज़ाम है कि उसी स्थान पर एक पीआरवी गाड़ी वहाँ पर लगी है, जिसमें चार पुलिसकर्मी हैं जो करीब दो महीने से चंद्र कुमार से निःशुल्क नारियल पानी ले रहे हैं। बुधवार दोपहर में भी वे चारों पुलिसकर्मी आए और पहले नारियल लिया और फिर हर दिन 1 हजार रुपये देने के लिए कहा गया। चंद्र कुमार ने अपना मोबाइल निकालकर वीडियो बनानाशुरू किया, तो पुलिसकर्मियों ने उसे लातों से पीटना शुरू कर दिया। उन्होंने उसे नौबस्ता थाने ले जाकर थर्ड डिग्री दी। इसके बाद, पीड़ित के मोबाइल से सभी वीडियो डिलीट कर दिए गए।
नारियल विक्रेता के अनुसार, पुलिसकर्मियों ने उसे मारने के बाद सामान्य कागज में हस्ताक्षर कराया और फिर उसके ऊपर वीडियो बनाते हुए कहा कि हम पुलिसवाले ग्रातिस में काम नहीं करते. उसके बाद पैसे लेकर उसे छोड़ दिया गया। वर्तमान में, इस केस में उप पुलिस आयुक्त (एसीपी) ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला है कि थाना क्षेत्र नौबस्ता में स्थित पीआरवी में तैनात पुलिसकर्मियों ने एक दुकानदार से पैसे मांगे और मारपीट की। इस संबंधित मामले को तत्काल प्रभाव से संज्ञान में लिया गया है। वर्तमान में जांच की जा रही है और जांच पूरी होने पर कार्रवाई की जाएगी।