India News(इंडिया न्यूज), Harendra chaudhary, UP News: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि बहुआयामी एवं दीर्घकालिक विकास को ध्यान में रखकर स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार बुंदेलखंड और पूर्वांचल विकास निधि का उपयोग किया जाए। उन्होंने नियोजन विभाग के कार्यों की समीक्षा की और अफसरों को दिशा-निर्देश दिए।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नियोजन विभाग के कार्यों की समीक्षा की और प्रदेश में सेक्टरवार पोटेंशियल को प्रोत्साहित करने के संबंध में जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए। सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी जी के मार्गदर्शन में नियोजित और समन्वित प्रयासों का परिणाम है कि यूपी की वार्षिक आय में सतत बढ़ोतरी हो रही है।
वित्तीय वर्ष 2020-21 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद 16 लाख 45 हजार 317 करोड़ रुपये थी। जो 2021-22 में लगभग 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 19 लाख 74 हजार 532 करोड़ रुपये हो गई है। 2022-23 के लिए तैयार आनेवाले अनुमानों के आधार पर राज्य आय 21.91 लाख करोड़ रुपये से आंकलित हुई है। उन्होने कहा कि पूर्वांचल और बुंदेलखंड में विकास की अपार संभावनाएं हैं। और हमें इन संभावनाओं को एक्सप्लोर करना होगा। यह स्थिति संतोषप्रद है।
एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य के साथ सतत विकास प्रयास जारी रखा जाए। तथा सभी विश्वविद्यालयों व तकनीकी संस्थाओं को इस महत्वपूर्ण कार्य से जोड़ा जाए। और कहां, कौन से सेक्टर में प्रयास की आवश्यकता है, किस प्रकार की सहायता दी जानी चाहिए, इन सबका गहन अध्ययन किया जाए। यह रिपोर्ट नियोजन विभाग में संकलित हों और उपयोगिता अनुसार उन्हें कार्ययोजना में शामिल करें। बुंदेलखंड और पूर्वांचल के विकास के लिए आवंटित निधि का इस्तेमाल बहुआयामी एवं दीर्घकालिक विकास को ध्यान में रखकर स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार हो।
सीएम योगी ने कहा कि आकांक्षात्मक जनपद कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश के सभी चिन्हित जिलों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। नीति आयोग द्वारा डैशबोर्ड चैम्पियन्स आफ चेन्ज पर मई 2023 की सूचना के अनुसार समग्र रूप से देश के प्रथम 10 जिलों में यूपी के छह जिले आये हैं। बलरामपुर (01), सिद्धार्थनगर (02), सोनभद्र (04), चन्दौली (05), फतेहपुर (08) तथा बहराईच (09) वें स्थान पर हैं। इसी प्रकार, स्वास्थ्य एवं पुष्टाहार विषयगत क्षेत्र में देश के प्रथम 10 जनपदों में उत्तर प्रदेश के 05 जनपद आये हैं। इसमें बलरामपुर (03), सिद्धार्थनगर (04), चन्दौली (05), सोनभद्र (07), एवं श्रावस्ती (08) वें स्थान पर है। शिक्षा विषयगत क्षेत्र में देश के प्रथम 10 जनपदों में उत्तर प्रदेश के 05 जनपद आये हैं। बलरामपुर (01), सोनभद्र (07), श्रावस्ती (08), सिद्धार्थनगर (09) एवं चित्रकूट ( 10 ) वें स्थान पर हैं। वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास विषयगत क्षेत्र में देश के प्रथम 10 जनपदों में उत्तर प्रदेश के 02 जनपद आये हैं। सिद्धार्थनगर (05) एवं फतेहपुर ( 10 ) वें स्थान पर हैं। कार्यक्रम में अच्छी रैंक प्राप्त होने पर नीति आयोग द्वारा प्रदेश के 08 महत्वाकांक्षी जनपदों को अतिरिक्त वित्तीय प्रोत्साहन भी प्राप्त हुआ है। यह प्रयास सतत जारी रखा जाए।
प्रदेश के हर परिवार के कम से कम एक सदस्य को नौकरी/रोजगार/सेवायोजन से जोड़ने के लागू फैमिली आईडी कार्यक्रम के बारे में आमजन के बीच जागरूकता बढ़ाई जाए। अब तक प्राप्त 98,046 आवेदनों में से 41440 फैमिली आई.डी. निर्गत की जा चुकी है। फैमिली आईडी के आधार पर योजनाओं की मैपिंग कर परिवारों को प्रदान की जा रही योजनाओं को सम्मिलित करते हुये परिवार कल्याण ई-पासबुक जारी करने की तैयारी करें। आकांक्षात्मक विकास खंड कार्यक्रम शासन की प्राथमिकता में है। शासन स्तर से हर विकास खंड का सतत अनुश्रवण किया है। मार्च 2022 से लेकर मार्च 2023 तक ओवरऑल डेल्टा रैंकिंग में कुशीनगर का बिशुनपुरा विकास खंड सर्वश्रेष्ठ रहा है।