UP News
इंडिया न्यूज, लखनऊ (Uttar Pradesh) । समाजवादी पार्टी के महासचिव प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने एक बार फिर रामपुर उपचुनाव में धांधली होने का मुद्दा उठाया है। उन्होंने मुख्य निर्वाचन आयुक्त नई दिल्ली को पत्र लिखकर रामपुर में हुए चुनाव को निरस्त करने की मांग की है। राम गोपाल ने यहां दोबारा मतदान कराए जाने की मांग की है।
वोटिंग में धांधली का आरोप
प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने कहा है कि रामपुर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में हुए मतदान में शासन द्वारा बड़े पैमाने पर धांधली कराई गई है। वोटरों को मतदान से रोका गया। पुलिस की बर्बरता से कई लोग घायल हुए। प्रोफेसर यादव ने कुछ सबूत भी मुख्य निर्वाचन आयुक्त को भेजे हैं। उन्होंने कहा है कि रामपुर में इस बार मतदान का प्रतिशत पिछले चुनावों की तुलना में काफी कम है। इसलिए रामपुर विधानसभा क्षेत्र में फिर से मतदान कराया जाना चाहिए।
सबसे कम हुई थी रामपुर में वोटिंग
बता दें कि 5 दिसंबर को मैनपुरी लोकसभा, रामपुर और खतौली विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए थे। खतौली में 56.46%, रामपुर में 33.70% वोटिंग और मैनपुरी में 54.37 % वोटिंग हुई थी। सबसे कम रामपुर में वोट पड़े थे। यह सीट आजम खान को हेट स्पीच मामले में तीन साल की सजा होने के बाद खाली हुई थी। आजम खान ने भी चुनाव में धांधली का आरोप लगाया था। यह भी कहा था कि अफसरों ने वोटरों को घर से बाहर निकलने नहीं दिया।
अखिलेश ने ईवीएम पर उठाए सवाल
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ईवीएम पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने मुख्य निर्वाचन अधिकारी और जर्मनी के विदेश मंत्री की ईवीएम के साथ फोटो शेयर की है।
अखिलेश ने ट्वीट कर लिखा कि जर्मनी ने 2009 में ही ईवीएम को नकार दिया था। इसके बाद भी भारत के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ईवीएम की कौन सी बारीकी सिखाई जा रही है। जो देश खुद ईवीएम पर भरोसा नहीं करता वह दूसरे को ईवीएम की बारीकी सिखा रहा है यह हास्यास्पद है।
यह भी पढ़ें: बाराबंकी के सपा जिलाध्यक्ष के मदरसे पर चला बुलडोजर, कब्रिस्तान की जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरो