इंडिया न्यूज यूपी/यूके, वाराणसी: एनआईए और एटीएस की पीएफआई पर ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। शनिवार सुबह एनआईए और एटीएस की टीम ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। दोनों पर दोनों पर ज्ञानवापी प्रकरण में दंगे भड़काने की साजिश और फंड जुटाने, देश विरोधी कृत्य समेत अन्य कई आरोप हैं। एनआईए और एटीएस की टीम ने घंटे भर से अधिक समय तक दोनों से पूछताछ की।
4 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया
साथ ही देर शाम रिमांड मजिस्ट्रेट की कोर्ट में आरोपियों को पेश किया गया, जहां से 14 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया। दोनों को सात दिन की कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए कमिश्नरेट पुलिस ने कोर्ट में आवेदन किया है। एटीएस के अनुसार गिरफ्तार जैतपुरा थाना अंतर्गत कच्चीबाग निवासी रिजवान अहमद और आदमपुर के आलमबाग निवासी मोहम्मद शाहिद है। दोनों के कब्जे से दस्तावेजी दो किताबें और अन्य इलेक्ट्रानिक डिवाइस बरामद हुए। अभी तक की जांच में यह सामने आया है कि दोनों आरोपी साड़ी बनाने के कारोबार से जुड़े हैं।
पीएफआई के कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर जता रहे थे विरोध
वाराणसी में श्रृंगार गौरी नियमित दर्शन मामले में ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के बाद से पीएफआई ने इस कार्यवाही और आदेश का लगातार विरोध किया था। जिसे लेकर पीएफआई के कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर लगातार कई तरह से विरोध जता रहे थे। बनारस के अलग-अलग थाना क्षेत्रों के करीब दो दर्ज़न से ज्यादा घोषित पीएफआई कार्यकर्ता और अघोषित समर्थक एनआईए के राडार पर हैं।
आईबी के इनपुट के बाद दो लोग पकड़े गए
हालांकि, अब तक महज दो लोगों को ही हिरासत में लिया गया है। इन सभी लोगों पर सीएएए-एनआरसी में विरोध के समय से ही स्थानीय अभिसूचना इकाई के साथ केंद्र की इंटेलिजेंस की नजर थी। जानकारी के अनुसार आईबी के सटीक इनपुट के बाद स्थानीय पुलिस ने इन्हें हिरासत में लिया है।