India News (इंडिया न्यूज), UP Politics: बिहार के उप मुख्यमंत्री ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भाजपा पर हमला करते हुए बयान दिया कि वे डरे हुए हैं. और हम मानते हैं कि लोकतंत्र की रक्षा के उद्द्येश्य के प्रति हमारी एकता और प्रतिबद्धता समय की मांग है। हम आज सत्ता में बैठी विभाजनकारी ताकतों को हराने में सफल होंगे. आगामी 23 जून को विपक्षी नेताओं की संयुक्त बैठक होने वाली है जिसमे लगभग 15 दलों को इनवाइट किया गया है और इसमें दलों के प्रतिनिधि के बजाय नेता शामिल होने वाले हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे व राहुल गांधी सहित तमाम दलों के नेता शामिल हो रहे हैं. हालांकि की इस बैठक में बसपा की मुखिया मायावती को नहीं बुलाया गया है। इस बाबत उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार नितिन अग्रवाल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि ये तो समय ही बताएगा कि कौन डर रहा है और कौन नहीं डर रहा है, जो बिहार के नेता बयानबाजी कर रहे हैं धमकी भरे लहजे में कहा कि उन्हें अपना दामन देख लेना चाहिए जिसका पूरा परिवार जमानत पर हो उन्हें कम से कम भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बयान नहीं देना चाहिए।
बिहार की जनता उन्हें लोकसभा चुनाव में खुद जवाब देगी जिस तरह से बिहार की जनता से क्षल करके बिहार की सरकार बनाई गई है उसका जवाब बिहार की जनता उन्हें देगी। बिहार में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक पर निशाना साधते हुए बोले अग्रवाल की विपक्ष खुद को मोदी जी के आगे असहाय महसूस कर रहा क्योंकि मोदी जी का अकेले कोई मुकाबला नहीं कर सकता, मोदी जी का कद इतना बड़ा हो चुका है इसीलिए विपक्ष भीड़ में एकजुट होकर मुकाबला करना चाहता है।
वहीं मायावती को इस बैठक में न बुलाए जाने को लेकर बोले नितिन की यह विपक्ष का मसला है कि किसको साथ लेना चाहता है किसको नहीं ये वही तय कर सकते है, लेकिन हमारी सरकार का 9 साल पूरा हो गया है और अभी एक साल बाकी है 9 साल के कार्यकाल में मोदी जी ने जिस तरह से जनकल्याण कारी योजनाओं को बनाया है इसके चलते देश की जनता मोदी जी पर भरोसा करती है, हमारे एनडीए में भी पार्टनर्स है लेकिन जनता का विश्वास मोदी जी के साथ है।
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