Rampur
इंडिया न्यूज, रामपुर (Uttar Pradesh)। समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रहीं। पहले ही उनपर 100 से अधिक मामले दर्ज हैं। और अब प्रदेश की योगी सरकार ने उनपर एक और गाज गिरा दी है। दरअसल, योगी सरकार ने आजम खान के जौहर ट्रस्ट से मौलाना मोहम्मद अली जौहर प्रशिक्षण और शोध संस्थान वापस लेने का ऐलान कर दिया है। शासन ने इस मामले की रिपोर्ट डीएस से मांगी है।
यूपी सरकार से ली थी मंजूरी
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने के बाद जौहर शोध संस्थान को लेकर शिकायत की गई थी। दरअसल, आजम खान मौलाना जौहर अली प्रशिक्षण और शोध संस्थान में उर्दू, अरबी और फारसी में उच्च शिक्षा और रिसर्च का काम कराना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने यूपी सरकार से मंजूरी भी ली थी। लेकिन ऐसा न करके उन्होंने सभी विषयों में प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा जुड़वा दी।
योगी सरकार ने रामपुर के डीएम को किया तलब
आजम ने संस्थान चलाने के लिए न सिर्फ नियम तोड़ा बल्कि हर साल 100 रुपए की दर से लीज पर ज़मीन भी ले ली। इस बात का खुलासा यूपी सरकार द्वारा गठित एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में किया है। अब योगी सरकार ने रामपुर के डीएम रविंद्र मांदड को इस मामले में तलब किया है।
भवन में आजम के स्कूल का हो रहा संचालन
बता दें कि आजम खान इस ट्रस्ट के आजीवन प्रमुख हैं। वर्तमान समय में जौहर शोध संस्थान की बिल्डिंग में आजम खान के रामपुर पब्लिक स्कूल का संचालन किया जा रहा है। योगी सरकार अब आजम को मिली लीज को खत्म कर शोध संस्थान और इसकी बिल्डिंग अपने कब्जे में लेने की तैयारी में है।
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