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Used To Cheat In The Name Of Giving Job : नौकरी देने के नाम पर करते थे ठगी, एसटीएफ ने 6 को किया गिरफ्तार, फोन पर इंटरव्यू कर खाते में जमा कराते थे रकम

• LAST UPDATED : February 15, 2022

इंडिया न्यूज, लखनऊ:

Used To Cheat In The Name Of Giving Job नौकरी का झांसा देकर ठगों का एक गैंग लोगों को बड़ी रकम का चूना लगा रहे थे। इस पूरे मामले का भंड़ाफोड़ करते हुए एसटीएफ और साइबर थाना पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। गैंग बीते करीब दो साल में तकरीबन दो करोड़ रुपए की ठगी कर चुके थे। एसटीएफ और साइबर थाना पुलिस ने आगरा के शमशाबाद रोड स्थित गुलमोहर कॉलोनी से गैंग के सरगना सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार किया।

इन लोगों को किया गया गिरफ्तार Used To Cheat In The Name Of Giving Job

गिरफ्तार आरोपियों में जौनपुर के गांव धनधनुआ निवासी अजय कुमार, एटा के गांव हंसपुर निवासी पुष्पेंद्र कुमार, फतेहाबाद के गांव इदौन निवासी रामकिशन, धौलपुर के मनिया निवासी नारायण सिंह, अलीगढ़ के हरदुआगंज निवासी वीकेंद्र कुमार और थाना संत कबीर नगर के थाना बखिरा निवासी अमरेंद्र कुमार हैं। आरोपियों के पास से एक लैपटॉप, 3115 रुपए, 23 मोबाइल, चार एटीएम, 32 सिम, 2 आधार कार्ड, एक-एक पैन कार्ड, श्रम कार्ड, पेनड्राइव, दो बाइक, ओटीजी केबल, चार फाइल और स्मार्ट वॉच बरामद की गई है।

ओएलएक्स पर नौकरी का विज्ञापन देकर बनाते थे शिकार Used To Cheat In The Name Of Giving Job

प्राथमिक पूछताछ में एसटीएफ को जानकारी मिली कि गैंग का सरगना अजय है। वह ओएलएक्स पर नौकरी का विज्ञापन देते थे। कॉल करने वालों को बताते थे कि कोरोना महामारी की वजह से फोन पर ही साक्षात्कार लिया जा रहा है। साक्षात्कार लेने के बाद अच्छी कंपनी में नौकरी की बात कही जाती थी। कई लोगों को विदेश में नौकरी की भी बात कहते थे। इसके बाद मेडिकल और पुलिस सत्यापन के नाम पर खातों में रकम जमा कराई जाती थी। व्हाट्सएप पर फर्जी आफर लेटर भेजते थे, फिर रुपयों की मांग की जाती थी।

10 से 20 हजार तक कराते थे जमा Used To Cheat In The Name Of Giving Job

एक व्यक्ति से 10 हजार से 25 हजार तक जमा करा लेते थे। जिन लोगों से विदेश में नौकरी लगने की बात कहते थे, उनसे वीजा, पेपर वर्क आदि के नाम पर भी रकम खातों में ट्रांसफर करा कर जमा करा लेते थे। जिन नंबरों से बात करते थे, उनकी सिम फर्जी आईडी पर ली गई होती है। खाते भी फर्जी दस्तावेजों की मदद से ही खुलवाएं हैं। इस मामले में रेंज साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोपी दो साल में 100 से अधिक लोगों से तकरीबन दो करोड़ की ठगी कर चुके हैं। यह रकम को आपस में बराबर बांट लिया करते थे।

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