Uttar Pradesh
इंडिया न्यूज, श्रावस्ती/बलरामपुर/बहराइच (Uttar Pradesh) । उत्तर प्रदेश में नेपाल से सटे जिलों में बारिश और बाढ़ से बड़ा नुकसान हुआ है। लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। प्रदेश की योगी सरकार बाढ़ पीड़ितों को मदद पहुंचा रही है। ग्राउंड रियालिटी जानने के लिए खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को बहराइच, श्रावस्ती और बलरामपुर का हवाई दौरा किया। इसके बाद अपने हाथों से राहत सामग्री बांटी है।
इसी के साथ सीएम योगी ने लखनऊ में हाईलेवल मीटिंग कर मंत्रियों और अफसरों को जिलों के भ्रमण पर निकलने और राहत बचाव काम को और बेहतर करने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि बलरामपुर जिले में बाढ़ से 280 गांव प्रभावित हैं। इसी तरह डेढ़ सौ से अधिक गांव श्रावस्ती जिले में बाढ़ से घिरे हुए हैं। लोगों के सामने खाने-पीने का संकट खड़ा हो गया है। प्रशासन NDRF की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहा है।
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बलरामपुर जिले में बाढ़ पीड़ितों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राहत सामग्री बांटी है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिए ये खास निर्देश
- मंत्री अपने प्रभार वाले मंडलों/जनपदों में तत्काल दौरा कर राहत एवं बचाव के प्रयासों को और बेहतर बनाने में सहयोग करें।
- एडीएम/जॉइंट मैजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में जनपदीय कंट्रोल रूम को 24×7 क्रियाशील रखा जाए।
- बीते कुछ दिनों में अत्यधिक बरसात से जनजीवन, पशुधन और खेती-किसानी पर प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिला है।
- कई जनपदों में जन-धन हानि की सूचना मिली है। सभी प्रभावित जनों की सुरक्षा और भरण-पोषण के लिए आवश्यक प्रबंध किया जाए।
- अतिवृष्टि, आकाशीय विद्युत, सर्पदंश और डूबने से हुई जनहानि पर दुख व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने दिवंगत व्यक्तियों के परिजनों को आर्थिक मदद और घायलों के समुचित इलाज कराए जाने का निर्देश दिया।
- बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आमजन को तत्काल मदद पहुंचाई जाए। राहत पैकेट के वित्तरण में देरी न हो। राहत शिविरों में प्रकाश आदि के पर्याप्त प्रबंध होने चाहिए।
- बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विभिन्न जलजनित/मच्छर जनित बीमारियों के प्रसार की आशंका होती है। साथ ही सर्पदंश की घटनाएं बढ़ने की आशंका है। ऐसे में राहत शिविरों का समीप स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएं। यहां एंटी वेनम इंजेक्शन की उपलब्धता जरूर रहे।
- सभी जिलों में राजस्व और कृषि विभाग की टीम गहन सर्वेक्षण करते हुए नुकसान का आकलन करे। ताकि किसानों को क्षतिपूर्ति की जा सके।
- बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुधन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि इन क्षेत्रों में पशुचारे का पर्याप्त प्रबन्ध किया जाए।
- वर्तमान में प्रदेश के 15 जनपदों में 1500 से अधिक गांवों की लगभग 25 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है। राहत एवं बचाव कार्य के लिए NDRF/SDRF/PAC की टीमें तैनात करने के निर्देश दिए।
- वर्तमान में राप्ती और सरयू (घाघरा) खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। नदियों के जलस्तर की सतत निगरानी की जाए।
श्रावस्ती में बाढ़ से जनजीवन बेहाल
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श्रावस्ती जिले में बाढ़ से कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। लोगों का मुख्यालय से आवागमन कट गया है।
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