Uttar Pradesh
इंडिया न्यूज, गाजियाबाद (Uttar Pradesh) । 8 महीने से फरार चल रहे उत्तराखंड के आईवीएफ अधिकारी किशनचंद को विजिलेंस की टीम द्वारा गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं आज उन्हें न्यायिक अदालत में पेश किया जाएगा पुलिस के ऊपर आय से ज्यादा संपत्ति होने और कई सारे घोटाले का आरोप है। तमाम शिकायतों के बाद उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी द्वारा उन पर मकदमा चलने का आदेश दिया गया था। तब से ही पुलिस को किशनचंद की तलाश थी।
33 करोड़ की संपत्ति
रामनगर कॉर्बेट नेशनल पार्क में तैनात रहे तीन आईवीएफ अधिकारियों के खिलाफ सरकार के आदेश पर विजिलेंस जांच शुरू हुई थी। वहीं से किशनचंद का नाम सामने आया था। विजिलेंस ने अपनी जांच रिपोर्ट 21 नवंबर 2021 को शासन को सौंपी थी।वहीं विजिलेंस टीम द्वारा किशन चंद के खिलाफ एक चार्जशीट हल्द्वानी कोर्ट में पेश की गई थी। चार्जशीट में किशनचंद की 33 करोड़ की संपत्ति का भी जिक्र किया गया था। उनकी यह संपत्ति आय से करीब 375 गुना ज्यादा है।
कई आरोप में गिरफ्तार
किशनचंद पर आरोप है कि उसने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की कालागढ़ रेंज में तैनाती के दौरान खूब हरे पेड़ कटवाए थे। वहीं फर्जी बिल और वाउचर्स बनवाकर सरकार के पैसा का दुरूपयोग भी किया था। साथ ही सरकारी नौकरी दिलाने नाम पर उन्होंने कई लोगों से जमीन अपने नाम कराया था। किशनचंद ने बेटे अभिषेक के नाम पर एक स्टोन क्रेशर भी लगवाया हुआ है। आय से ज्यादा संपत्ति होने का भी इन पर आरोप है।
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